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प्रादेशिक

चाय डालकर 12 साल की बच्ची को जलाया

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उप्र की राजधानी लखनऊ के अलीगंज, 12 साल की बच्ची, खौलती हुई चाय डालकर जलाया

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उप्र की राजधानी लखनऊ के अलीगंज, 12 साल की बच्ची, खौलती हुई चाय डालकर जलाया

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लखनऊ। उप्र की राजधानी लखनऊ के अलीगंज में 12 साल की बच्ची के ऊपर खौलती हुई चाय डालकर उसे जला दिया गया। बच्ची को जली हुई हालत में मकान की मालकिन ने दो दिन से घर में कैद कर रखा था, जिससे मामला बाहर न जा सके। लड़की की गुहार पर पुलिस और स्थानीय लोगों ने शुक्रवार की देर रात उसे मुक्त करवाया। लड़की को मुक्त करवाने में महिला सम्मान प्रकोष्ठ की इंस्पेक्टर सत्या सिंह का अहम रोल रहा। उनके निर्देश पर ही पुलिस सबसे पहले घर पहुंची और गेट खोलकर लड़की को मुक्त करवाया। लड़की का मेडिकल कराने के बाद अलीगंज थाना पुलिस ने उसे बाल सुधार गृह भेज दिया है।

जानकारी के मुताबिक, अलीगंज के पुरनिया चौराहे के पास बी-40 मकान में एक 12 साल की लड़की को घरेलू नौकरनी के रूप में रखा गया था। चाय में चाय की पत्ती ज्यादा होने की वजह से भड़की मालकिन ने उसके ऊपर ही चाय उड़ेल दिया। इससे वह कंधे से लेकर गुप्तांग तक चल गई।

पुलिस ने देर रात लड़की को मुक्त करवाने के बाद उसका मेडिकल करवाया और केस दर्ज कर कार्रवाई करने में जुटी हुई है। हालांकि कि लोगों का कहना है कि मामले में लीपा पोती कर दी जाएगी क्योंकि मालकिन बहुत पैसेवाली है। बच्ची को मुक्त करवाने के लिए पहुंची पुलिस को भी काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा था। पहले तो काफी देर तक फाटक नहीं खोला गया। इसके बाद पत्रकारों को बाहर कर घर का दरवाजा मालकिन ने बंद कर लिया।

IANS News

महाकुंभ में बिछड़ने वालों को अपनों से मिलाएंगे एआई कैमरे, फेसबुक और एक्स भी करेंगे मदद

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प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगी योगी आदित्यनाथ सरकार पहली बार इतने व्यापक स्तर पर महाआयोजन का डिजिटलाइजेशन कर रही है। यहां एआई की मदद से ऐसे कैमरे लगाए जा रहे हैं, जो 45 करोड़ श्रद्धालुओं की हिफाजत में 24 घंटे तैनात रहेंगे। एआई लाइसेंस वाले इन कैमरों के साथ ही फेसबुक और एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म भी बिछड़ने वाले परिजनों को खोजने में तत्काल मदद करेंगे।

मदद करेगा डिजिटल खोया पाया केंद्र

इस बार महाकुंभ में देश विदेश से बड़ी संख्या में आने वाले लोगों को अपनों को खोने का डर नहीं सताएगा। मेला प्रशासन ने इसकी व्यापक कार्ययोजना तैयार की है। इसके लिए डिजिटल खोया पाया केंद्र को एक दिसंबर से लाइव किया जाएगा। इसके माध्यम से 328 एआई लाइसेंस वाले कैमरे पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखेंगे। इन सभी कैमरों का परीक्षण कर लिया गया है। पूरे मेला क्षेत्र को इन विशेष कैमरों से लैस किया जा रहा है। योगी सरकार के निर्देश पर बड़े पैमाने पर कैमरे इंस्टॉल करने का काम अपने अंतिम चरण में है। मेला क्षेत्र की चार लोकेशन पर इन विशेष एआई कैमरों का परीक्षण भी किया जा चुका है।
महाकुंभ में अब कोई भी अपना बिछड़ने नहीं पाएगा।

पलक झपकते काम करेगी तकनीक

महाकुंभ 2025 में शामिल होने वाले श्रृद्धालुओं के लिए सरकार ने ऐसे डिजिटल खोया-पाया केंद्रों की स्थापना की है, जो तकनीक के सहारे चलेंगे और पलक झपकते ही अपनों से मिलाएंगे। इसमें हर खोए हुए व्यक्ति का डिजिटल पंजीकरण तुरंत किया जाएगा। पंजीकरण होने के बाद एआई कैमरे गुमशुदा की तलाश में जुट जाएंगे। यही नहीं, गुमशुदा की जानकारी को फेसबुक और एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी शेयर किया जाएगा। यह व्यवस्था महाकुंभ मेले को न केवल सुरक्षित बनाएगी, बल्कि परिवारों को जल्दी और आसानी से अपने प्रियजनों से जोड़ने का काम करेगी।

फोटो से मिलान करेगा एआई

महाकुंभ में अपनों से बिछड़ने वाले व्यक्तियों की पहचान के लिए फेस रिकग्निशन तकनीक का उपयोग किया जाएगा। यह तत्काल काम करेगा। यहां 45 करोड़ लोगों के आने की संभावना है। ऐसे में एआई कैमरे तत्काल फोटो खींचकर व्यक्ति की पहचान कर लेंगे। इस काम में सोशल मीडिया भी तत्पर रहेगा।

पहचान का देना होगा प्रमाण

जो भी व्यक्ति महाकुंभ मेले में अपनों से बिछड़ेगा, उसका सुरक्षित, व्यवस्थित और जिम्मेदार प्रणाली के तहत ख्याल भी रखा जाएगा। किसी भी वयस्क को बच्चे या महिला को ले जाने से पहले सुनिश्चित करना होगा कि वह उसे पहचानते हैं और उनकी पहचान प्रमाणिक है।

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