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मुख्य समाचार

लखवी की रिहाई मानव समाज के लिए गंभीर खतराः बिट्टा

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26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड जकीउर-रहमान-लखवी, पाकिस्तान की एक अदालत, भारत सहित पूरी दुनिया में विरोध, संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, इजराइल, अखिल भारतीय आतंकवाद निरोधक फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एम.एस.बिट्टा, दिल्ली के जंतर-मंतर पर जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन

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नई दिल्‍ली। 26/11 मुंबई हमले के मास्‍टरमाइंड जकीउर-रहमान-लखवी को पाकिस्‍तान की एक अदालत के आदेश पर रिहा किए जाने का भारत सहित पूरी दुनिया में विरोध हो रहा है। संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका, फ्रांस, इजराइल सहित दुनिया के कई देशों ने इस रिहाई की निंदा करने के साथ ही यह चिंता भी व्‍यक्‍त की है कि लखवी जैसे दुर्दांत आतंकी को रिहा करना पूरी मानवता को खतरे में डालना है। तमाम देशों ने इस घटना को पाकिस्‍तान के आतंक के खिलाफ ढुलमुल रवैये से भी जोड़कर देखा है।

मुंबई हमले के मास्‍टरमाइंड लखवी की रिहाई पर स्‍वाभाविक रूप से भारत में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी क्रम में आज अखिल भारतीय आतंकवाद निरोधक फ्रंट के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष एम.एस.बिट्टा के नेतृत्‍व में दिल्‍ली के जंतर-मंतर पर जबर्दस्‍त विरोध प्रदर्शन किया गया।

लखवी की रिहाई को पाकिस्‍तान की धोखेबाजी करार देते हुए एम.एस.बिट्टा ने कहा कि जिस मुंबई हमले में 166 निर्दोष मानव जानें गईं, उसके मास्‍टरमाइंड को रिहा किया जाना नाकाबिले-बर्दाश्‍त घटना है। मानवता के जिस दुश्‍मन को अबतक फांसी के फंदे पर लटका दिया जाना चाहिए था, उसे रिहा किया जाना मानव समाज के लिए एक कलंक है। मानवता के ऐसे दुश्‍मन को सरेआम मौत की सजा दी जानी चाहिए थी लेकिन पाकिस्‍तान ने एकबार फिर अपनी जात दिखाते हुए उसे रिहा कर दिया।

श्री बिट्टा ने भारत सहित पूरी दुनिया के हुक्‍मरानों से अपील की है कि लखवी जैसे लोग जो मानव समाज के लिए गंभीर खतरा बन चुके हैं उन्‍हें जल्‍द से जल्‍द उनके अंजाम या‍नी मौत की सजा तक पहुंचाया जाय, जिससे पूरी दुनिया में अमन-चैन व भाईचारा कायम रह सके।

विरोध प्रदर्शन के गति प्रदान करते हुए अखिल भारतीय आतंकवाद निरोधक फ्रंट के राष्‍ट्रीय महासचिव विनोद भारद्वाज ने कहा कि लखवी की रिहाई से यह साबित हो गया कि पाकिस्‍तान आतंकवाद के खिलाफ गंभीर नहीं है, वरना भारत द्वारा उपलब्‍ध कराए गए तमाम पुख्‍ता सुबूतों के बावजूद लखवी की रिहाई कैसे संभव हो सकती हैॽ

उन्‍होंने आरोप लगाया कि भारत विरोधी गतिविधियों को पाकिस्‍तान हमेशा से ही पालता-पोषता रहा है और अब इसमें कोई संदेह नहीं रहा कि लखवी की रिहाई भी भारत में एकबार फिर से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के मकसद से कराई गई है। विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्‍या में युवा व समाज के सभी तबके के लोग मौजूद रहे।

 

 

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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

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