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अन्तर्राष्ट्रीय

ली कुआन यू का अंतिम संस्कार आज

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सिंगापुर | आधुनिक सिंगापुर के जनक कहे जाने वाले और देश के पहले प्रधानमंत्री ली कुआन यू का अंतिम संस्कार रविवार को किया जाएगा। ली के अंतिम संस्कार में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई देशों के शासनाध्यक्ष हिस्सा लेंगे।

सिंगापुर में पूर्व प्रधानमंत्री ली कुआन यू की अंत्येष्टि के कारण रविवार को कुछ सड़कें बंद रहेंगी। निमोनिया से पीड़ित ली का सोमवार को 91 वर्ष की उम्र में एक अस्पताल में निधन हो गया था। सिंगापुर 1965 में मलेशिया से अलग हुआ था। उसके बाद ली सिंगापुर के पहले प्रधानमंत्री बने थे। वह 1965 से 1990 तक वह देश के प्रधानमंत्री पद पर आसीन रहे थे। लेकिन इसके बाद भी गोह चोक टोंग सरकार में एक मंत्री के तौर पर उनका दबदबा कायम रहा। 2004 में उनके बेटे ली सिएन लूंग प्रधानमंत्री बने। लूंग सिंगापुर के मौजूदा प्रधानमंत्री हैं।

ली को आधुनिक सिंगापुर का जनक कहा जाता है। उन्होंने एक छोटे से बंदरगाह को दुनिया के सबसे बड़े कारोबारी केंद्रों में शुमार करा दिया। 1959 में पहली बार सत्ता संभालने वाले ली को प्यार से हैरी भी कहा जाता था। जानकार मानते हैं कि उस दौर में जब सिंगापुर मलेरिया की बीमारी के लिए बदनाम था, ये ली ही थे जिन्होंने इस छोटे से मुल्क को दुनिया के नक्शे पर एक कामयाब देश के तौर पर स्थापित किया। सिंगापुर को छोटे बंदरगाह से कारोबार का वैश्विक केंद्र बनाने वाले ली की हालांकि सत्ता पर लगातार काबिज रहने के लिए आलोचना भी की जाती है। उनके शासन के दौरान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कठोरता के साथ प्रतिबंध लगाया गया।

अंत्येष्टि के लिए ली का शव दोपहर संसद भवन से निकाला जाएगा। शव को नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर (एयूएस) स्थित यूनिवर्सिटी कल्चरर सेंटर (यूसीसी) ले जाया जाएगा, जहां उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद ली कुआन के शव को मंडाय श्मशान ले जाया जाएगा। ली के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले एशियाई नेताओं में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे, मलेशिया के शाह अब्दुल हालिम, इंडोनेशिा के राष्ट्रपति जोको विडोडो, म्यांमार के राष्ट्रपति थीन सीन, थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुथ चान-ओचा, कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन, वियतनाम के प्रधानमंत्री नगुयेन तना डुंग और दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क गुएन-हए शामिल हैं।

अंतिम संस्कार में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, पूर्व विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर, ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग, आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट, इजराइल के राष्ट्रपति रियूवेन रिवलिन और कनाडा के गवर्नर जनरल डेविड जॉन्सटन जैसे वैश्विक नेता भी शामिल होंगे।

अन्तर्राष्ट्रीय

लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद

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नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।

बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।

मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।

 

 

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