मुख्य समाचार
ली महान नेता थे : मोदी
सिंगापुर | भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि सिंगापुर के प्रथम प्रधानमंत्री ली कुआन यू समकालीन राजनीति के एक महान नेता और भारत के मित्र थे। ली का रविवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। ली के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए रविवार सुबह सिंगापुर पहुंचने के बाद मोदी ने कहा कि ली को भारत की क्षमता में अधिक भरोसा था।
ली (91) का सोमवार को निधन हो गया। वह निमोनिया से पीड़ित थे। मोदी विश्व के उन नेताओं में हैं, जो ली को अंतिम विदाई देने पहुंचे हैं। भारतीय प्रधानमंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “ली कुआन यू के निधन से एक युग का अंत हो गया है। वह हमारे समय के एक महान नेता थे।” उन्होंने कहा, “वह वैश्विक विचारक थे। वह आर्थिक प्रगति की वकालत करते थे, और साथ ही उन्होंने हमारे क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता लाने के लिए अथक प्रयास किया।” मोदी ने कहा कि ली की निजी जिंदगी उनके जैसे ही कइयों के लिए प्रेरणा रही है। प्रधानमंत्री ने संवेदना पुस्तिका में लिखा, “वह न सिर्फ सिंगापुर बल्कि पूरे एशिया के लिए आशा की मशाल थे।”
उन्होंने कहा, “आज, वह मशाल नहीं रहा, लेकिन यह एक ऐसा मशाल था जिसने कई नए देशों में आशा के दीप जला दिए हैं। आशा के ये दीप जबतक जलते रहेंगे, तबतक वह हमें प्रेरित करते रहेंगे। मैं भारत की जनता की तरफ से इस प्रतिबद्ध कर्मयोगी, महान शख्सियत को नमन करता हूं। मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।” उन्होंने कहा कि ली भारत की क्षमता में हममें से कइयों से ज्यादा भरोसा करते थे। मोदी ने कहा, “भारत का सिंगापुर के साथ संबंध विश्व में अन्य देशों की तरह ही मजबूत था और सिंगापुर भारत के एक्ट ईस्ट पॉलिसी का मुख्य स्तंभ है।”
इस बीच, भारतीय प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि मोदी ने अंतिम संस्कार से अलग सिंगापुर के वरिष्ठ नेता गोह चोक तांग, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट, सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री टी.षणमुगरत्नम, इजरायल के राष्ट्रपति रुवेन रिवलिन, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और कनाडा के गवर्नर जनरल डेविड जॉनस्टोन से मुलाकात की। ली के अंतिम संस्कार में ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे भी शामिल हुए।
मुख्य समाचार
बदल गई उपचुनावों की तारीख! यूपी, केरल और पंजाब में बदलाव पर ये बोला चुनाव आयोग
नई दिल्ली। विभिन्न उत्सवों के कारण केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय और राज्य दलों के अनुरोध पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।
विभिन्न उत्सवों की वजह से कम मतदान की किसी भी संभावना को खारिज करने के लिए, चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है। ऐसे में ये साफ है कि अब यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे।
चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तर की पार्टियों की ओर से उनसे मांग की गई थी कि 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए, क्योंकि उस दिन धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम हैं। जिसके चलते चुनाव संपन्न करवाने में दिक्कत आएगी और उसका असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ेगा।
-
लाइफ स्टाइल17 hours ago
सुबह डल नजर आता है चेहरा, तो अपनाएं ये आसान घरेलू उपाय
-
नेशनल23 hours ago
दिल्ली में सांस लेना हुआ मुश्किल, कई इलाकों में AQI 4OO पार
-
उत्तर प्रदेश19 hours ago
दिवाली के दिन यूपी के इस जिले में 25 करोड़ की शराब पी गए लोग
-
खेल-कूद23 hours ago
भारतीय क्रिकेट टीम पहुंची साउथ अफ्रीका, खेलेगी चार मैचों की टी20 सीरीज
-
ऑफ़बीट23 hours ago
मध्य प्रदेश के शहडोल में अनोखे बच्चों ने लिया जन्म, देखकर उड़े लोगों के होश
-
उत्तराखंड2 days ago
शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद
-
नेशनल2 days ago
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण सनातन धर्म की रक्षा के लिए ‘नरसिंह वरही ब्रिगेड’ के गठन की घोषणा
-
नेशनल20 hours ago
कांग्रेस की शिकायत के बाद चुनाव आयोग का एक्शन, महाराष्ट्र की डीजीपी रश्मि शुक्ला हटाई गईं