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विश्व कप : बांग्लादेश ने पार की ‘सबसे बड़ी बाधा’, स्कॉटलैंड को 6 विकेट से हराया

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नील्सन | बांग्लादेश क्रिकेट टीम ने अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय में अपने सबसे बड़े लक्ष्य को हासिल करने का कारनामा करते हुए बुधवार को सैक्स्टन ओवल मैदान पर हुए आईसीसी विश्व कप-2015 के पूल-ए मुकाबले में स्कॉटलैंड को छह विकेट से मात दे दी और स्कॉटलैंड को शतकवीर काइल कोएत्जर (156) की नायाब पारी को नाकाम कर दिया। कोएत्जर को हालांकि उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।

बांग्लादेश ने स्कॉटलैंड से मिले 319 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इकबाल (95) की अगुवाई में बल्लेबाजों के संयुक्त प्रयास की बदौलत 11 गेंद शेष रहते चार विकटे पर 322 रन बना लिए और छह विकेट से यह मैच जीत लिया। इसके साथ ही बांग्लादेश विश्व कप के इतिहास में किसी भी टीम द्वारा सबसे बड़े लक्ष्य को हासिल करने वाली दूसरे नंबर की टीम भी बन गई। इससे पहले आयरलैंड ने विश्व कप-2011 में इंग्लैंड से मिले 327 रनों का लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल कर लिया था। बड़े स्कोर का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की शुरुआत अच्छी नहीं रही और दूसरे ओवर की पांचवीं गेंद पर मात्र पांच के कुल योग पर उन्होंने सौम्य सरकार (2) का विकेट गंवा दिया। स्कॉटलैंड के लिए विश्व कप में अब तक नौ विकेट चटका चुके जोश डावे ने उन्हें विकेट के पीछे कैच करा अपनी टीम को शुरुआती सफलता दिलाई।

तमीम इकबाल (95) और महमुदुल्ला (62) ने हालांकि इसके बाद बांग्लादेश की पारी को संभाल लिया और दूसरे विकेट के लिए 139 रनों की साझेदारी की। इयान वार्डला ने 144 के कुल योग पर 24वें ओवर में इस साझेदारी को तोड़ा। क्लीन बोल्ड होने से पहले महमुदुल्ला ने 62 गेंदों का सामना कर छह चौके और एक छक्का लगाया। तमीम ने इसके बाद मुशफिकुर रहीम (60) के साथ भी तीसरे विकेट के लिए 57 रनों की तेज साझेदारी की। तमीम और मुशफिकुर ने 7.12 के औसत से यह रन जोड़े। तमीम हालांकि मात्र पांच रन से शतक से चूक गए और 32वें ओवर में 201 के कुल योग पर डावे की गेंद पर पगबाधा हो पवेलियन लौटे। तमीम ने अपनी शानदार पारी में 100 गेंदों का सामना कर नौ चौके और एक छक्का लगाया।

तमिम के जाने के बाद बांग्लादेश के स्टार हरफनमौला खिलाड़ी शाकिब अल हसन (नाबाद 52) मुशफिकुर का साथ देने उतरे। मुशफिकुर और शाकिब ने रन गति बिना धीमी किए तेजी से रन बटोरना शुरू किया। 7.07 के औसत से अभी वे 46 रन ही जोड़ सके थे कि मुशफिकुर एलास्देयर इवांस की गेंद को कालम मैक्लियोड की ओर उठा बैठे, जिसे कैच करने में मैक्लियोड ने कोई गलती नहीं की। मुशफिकुर ने इस बीच तेज हाथ दिखाते हुए 42 गेंदों में पांच चौके और दो छक्का लगाया। शाकिब ने इसके बाद सब्बीर रहमान (नाबाद 42) के साथ नाबाद 75 रनों की साझेदारी कर बांग्लादेश को जीत दिला दी। शाकिब ने 41 गेंदों में पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि रहमान ने 40 गेंदों की अपनी पारी में चार चौके और दो छक्के जड़े।

बांग्लादेश इस जीत के साथ पूल-ए में चार मैचों से पांच अंक हासिल कर चौथे स्थान पर बना हुआ है तथा नॉकआउट में प्रवेश करने की उम्मीदें बरकरार रखी हैं। दूसरी ओर स्कॉटलैंड लगातार अपना चौथा मैच हार चुका है तथा उसकी नॉकआउट में प्रवेश करने की संभावनाएं खत्म हो चुकी हैं। बांग्लादेश को अगला मैच नौ मार्च को एडिलेड ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ और पूल-ए का अपना आखिरी मैच 13 मार्च को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलना है। इससे पहले टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी स्कॉटलैंड ने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट खोकर 318 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। स्कॉटलैंड को 10 ओवर के अंदर दो शुरूआती झटके लग गए। कालम मैक्लियोड (11) और हामिश गार्डिनर (19) 9.5 ओवरों में 38 के योग पर पवेलियन लौट चुके थे।

एक छोर संभालकर खड़े कोएत्जर ने लेकिन इसके बाद मैट माचन (35) के साथ तीसरे विकेट के लिए 78 रनों की तथा कप्तान प्रेस्टन मोमसेन (39) के साथ चौथे विकेट के लिए 141 रनों की साझेदारी की। मोमसेन के साथ कोएत्जर ने यह साझेदारी 7.48 के रन औसत से की। इस बीच वह कितने आक्रामक थे, इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस साझेदारी के दौरान मोमसेन का योगदान जहां 39 रन का रहा वहीं कोएत्जर ने अकेले 100 रन जोड़ डाले। नासिर हुसैन ने 45वें ओवर की चौथी गेंद पर सौम्य सरकार के हाथों कैच कराकर कोएत्जर की इन नायाबा पारी को विराम दिया। स्कॉटलैंड के लिए दूसरी सबसे बड़ी पारी खेलने वाले कोएत्जर ने इस बीच 134 गेंदों का सामना कर 17 चौके और चार छक्के लगाए।

कोएत्जर जब पवेलियन लौटे तो स्कॉटलैंड ने 269 रन बना लिए थे। इसके बाद आखिरी के पांच ओवरों में स्कॉटलैंड ने रिची बेरिंग्टन (26), मैथ्यू क्रॉस (20) और माजिद हक (1) के विकेट गंवाए, लेकिन इसी बीच वे टीम के कुल योग पर 48 रन जोड़ने में भी कामयाब रहे और स्कोर 300 के पार पहुंचा दिया। बांग्लादेश के लिए तस्कीन अहमद ने तीन और नासिर हुसैन ने दो विकेट लिए। इसके अलावा मशरफे मुर्तजा, शाकिब अल हसन, और शब्बीर रहमान को एक-एक विकेट मिला।

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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

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