Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

शशांक मनोहर हो सकते हैं अगले बीसीसीआई प्रमुख

Published

on

शशांक मनोहर, अगले बीसीसीआई अध्यक्ष, मरहूम जगमोहन डालमिया, पूर्व अघ्यक्ष शरद पवार गुट, आईसीसी के चेयरमैन एन. श्रीनिवासन, सचिव अनुराग ठाकुर

Loading

नई दिल्ली| शशांक मनोहर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अगले अध्यक्ष हो सकते हैं। बीसीसीआई के मौजूदा सचिव अनुराग ठाकुर और पूर्व अघ्यक्ष शरद पवार गुट ने मरहूम जगमोहन डालमिया का स्थान लेने के लिए शशांक के नाम पर सहमति जताई है। बीते रविवार को डालमिया का निधन हो गया था। वह 75 साल के थे। वेबसाइट क्रिकइंफो के मुताबिक ईमानदार छवि वाले विदर्भ के वकील शशांक मनोहर इससे पहले 2008 से 2011 तक बीसीसीआई प्रमुख रह चुके हैं। बाद में एन. श्रीनिवासन ने उनका स्थान लिया था।

शशांक मनोहर को उनकी साफ छवि के लिए जाना जाता है। वह क्रिकेट में भ्रष्टाचार को लेकर बिल्कुल कड़ा रुख रखते हैं और कई मौकों पर उन्होंने श्रीनिवासन की भी आलोचना की थी। ऐसे में जबकि ठाकुर और पवार गुट ने शशांक को अध्यक्ष के तौर पर पेश करने का मन बना लिया है, श्रीनिवासन को अपने खास व्यक्ति को बीसीसीआई की शीर्ष कुर्सी पर बैठाने का मौका नहीं मिल सकेगा। कारण यह है कि ठाकुर और पवार गुट के पास कुल 29 में से 15 मत हैं। सौरव गांगुली को बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद गांगुली की ओर से भी शशांक मनोहर को समर्थन मिलने की पूरी उम्मीद है।

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 रुपये के बदले देना पड़ेगा 35,453 रुपये, जानें क्या है पूरा मामला

Published

on

Loading

हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

Continue Reading

Trending