Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

IANS News

शेयर बाजार : व्यापार जंग के असर से करीब 2 फीसदी रही गिरावट (साप्ताहिक समीक्षा)

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 24 मार्च (आईएएनएस)| अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक मुद्दों को लेकर बढ़ते तनाव के गिरफ्त में आए दुनियाभर के शेयर बाजारों में इस सप्ताह निराशाजनक प्रदर्शन के बीच भारतीय शेयर बाजार में भी सुस्ती छाई रही। कमजोरी के साथ सप्ताह की शुरुआत करने के बाद बीच में गिरावट पर लिवाली बढ़ने से थोड़ा सुधार आया, मगर दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापारिक हितों के टकराव से अमेरिका, चीन और जापान समेत दुनियाभर के शेयर बाजारों में हफ्ते के आखिरी दो दिनों के कारोबार में भारी गिरावट आई जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा।

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स कारोबारी सप्ताह के अंत में शुक्रवार को 409.73 अंकों या 1.24 फीसदी की गिरावट के साथ 32,596.54 पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 116.70 अंकों या 1.15 फीसदी की गिरावट के साथ 9,998.05 पर बंद हुआ।

पिछले सप्ताह के मुकाबले सेंसेक्स में 579.46 अंक यानी 1.75 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई जबकि निफ्टी में 197.10 अंक यानी 1.93 फीसदी की कमजोरी रही। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 525.02 अंकों यानी 3.24 फीसदी गिरावट के साथ 15694.11 पर और स्मालकैप सूचकांक 775.26 अंकों यानी 4.41 फीसदी की गिरावट के साथ 16801.18 पर बंद हुआ।

बीएसई सूचकांक सेंसेक्स सोमवार (19 मार्च) को 252.88 अंकों यानी 0.76 फीसदी की गिरावट के साथ 32923.12 पर बंद हुआ और इसी तरह निफ्टी 100.90 अंकों के साथ 0.99 फीसदी की गिरावट के साथ 10094.25 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स में मंगलवार और बुधवार को तेजी रही। मंगलवार को सेंसेक्स में 73.64 अंकों यानी 0.22 फीसदी की तेजी रही और यह 32996.76 पर बंद हुआ। निफ्टी 30.10 अंकों यानी 0.30 फीसदी की तेजी के साथ 10124.35 पर बंद हुआ। बुधवार को सेंसेक्स 139.42 अंकों यानी 0.42 फीसदी की तेजी के साथ 33136.18 पर बंद हुआ। निफ्टी 30.90 अंकों यानी 0.31 फीसदी की तेजी के साथ 10155.25 पर बंद हुआ।

गुरुवार को सेसेंक्स 129.91 अंकों यानी 0.39 फीसदी की गिराटव के साथ 33006.27 पर बंद हुआ। निफ्टी 40.50 अंकों यानी 0.40 फीसदी के साथ 10114.75 पर बंद हुआ।

अमेरिका ने चीन पर प्रौद्योगिकी चोरी का इल्जाम लगाते हुए गुरुवार को चीनी वस्तुओं के आयात पर 60 अरब डॉलर का शुल्क (टैरिफ) लगाने की घोषणा की। इस पर पलटवार करते हुए चीन ने भी शुक्रवार को अमेरिकी वस्तुओं के आयात पर तीन अरब डॉलर का शुल्क लगाने की घोषणा कर दी। शायद 25 साल के इतिहास में दुनिया के दो बड़े व्यापारिक साझेदारों के बीच व्यापारिक मुद्दों को लेकर सबसे बड़ा टकराव पैदा हुआ है।

भारतीय शेयर बाजार पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में धोखाधड़ी के मामलों की जांच के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की सख्ती का भी असर रहा। इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली से शेयर बाजारों में नकारात्मक रुझान देखा गया। खासतौर से रियल स्टेट और धातु कारोबारी कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन इस सप्ताह निराशाजनक रहा।

Continue Reading

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending