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प्रादेशिक

श्रीनगर में पुलिस और व्यापारियों के बीच झड़प

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India Kashmir Protest

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श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में मंगलवार को पुलिस और व्यापारियों के बीच झड़प हुई। व्यापारियों ने पिछले साल आई विनाशकारी बाढ़ के कारण उन्हें हुई क्षति की भरपाई करने में सरकार पर विफलता का आरोप लगाते हुए सचिवालय की ओर रैली निकाली। इसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारी व्यापारियों के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने व्यापारियों को बादशाह चौक के पास रोक दिया, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस और पथराव कर रहे युवाओं में संघर्ष शुरू हो गया।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। कश्मीर ट्रेडर्स और मैन्यूफैक्चर्स संघ (केटीएमएफ) और अन्य व्यापारिक संगठनों ने मंगलवार को हड़ताल का आह्वान किया था। उन्होंने यह आह्वान जम्मू एवं कश्मीर सरकार की ग्रीष्मकालीन राजधानी स्थित सचिवालय के खुलने पर अपना विरोध जताने के लिए किया था।

केटीएमएफ के अध्यक्ष मोहम्मद यासीन खान ने कहा कि सितंबर माह में आई बाढ़ के बाद आठ माह बीत चुके हैं। लेकिन हमारे नुकसान की भरपाई करने में राज्य और केंद्र दोनों सरकारें विफल रही हैं। उन्होंने कहा, “विभिन्न बैठकों के बावजूद सरकार हमारे पुनर्वास के लिए कोई ठोस कदम उठाने में विफल रही है। हमें केवल खोखले आश्वासन दिए गए।” व्यापारियों ने कहा कि राज्य और केंद्र की सरकारें व्यापारियों के खिलाफ पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाती हैं।

एक व्यापारी ने कहा कि हम भिखारी नहीं हैं। बाढ़ आने तक हम सबसे ज्यादा कर चुकाने वाले लोगों में शामिल थे। जब तक हममें से हर किसी का सम्मानजनक तरीके से पुनर्वास नहीं किया जाता हम अपने उद्देश्य की लड़ाई जारी रखेंगे।

बाढ़ प्रभावित व्यापारी समुदाय ने 30,000 करोड़ रुपये के घाटे का आंकलन किया है। केटीएमएफ ने कहा कि 2014 में आई बाढ़ में 65,000 से अधिक व्यापारी प्रभावित हुए हैं।

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

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