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अन्तर्राष्ट्रीय

संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन शुरू, धरती बचाने का आह्वान

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संयुक्त राष्ट्र, 6 जून (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों ने दुनिया के महासागरों तथा सागरों की हालत पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में पृथ्वी को बचाने को लेकर वैश्विक स्तर पर समन्वित रूप से काम करने का आह्वान किया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सरकारों को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक वे अल्पकालिक क्षेत्रीय व संसाधन संबंधी हितों का समाधान नहीं कर लेते, सागरों की हालत बिगड़ती रहेगी।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, महासागर सम्मेलन सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में पारंपरिक रूप से फिजियान समारोह के साथ शुरू हुआ। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बनने के बाद गुटेरेस द्वारा संबोधित किया जाने वाला यह पहला महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।

महासचिव ने कहा, हमारे सागरों की हालत में सुधार लाना बहुपक्षवाद का एक परीक्षण है और इसमें नाकाम होना हमारे हित में नहीं होगा।

सागरों तथा समुद्री संसाधनों पर नियंत्रण किस प्रकार किया जाए, इसके लिए नए रणनीतिक दृष्टिकोण का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, हमें नियंत्रण संबंधी मुद्दों का समाधान संयुक्त रूप से करना चाहिए, जैसा कि हमने पहले किया है।

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने मजबूत राजनीतिक नेतृत्व तथा नई साझेदारी का आह्वान किया, जो मौजूदा कानूनी ढांचा तथा ठोस कदम जैसे संरक्षित समुद्री इलाकों में वृद्धि करना तथा प्लास्टिक अपशिष्ट प्रदूषण को कम करने पर आधारित हो।

इसके अलावा, गुटेरेस ने देशों से यूएन 2030 एजेंडा फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट, जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौता तथा अदीस अबाबा एक्शन एजेंडा पर कोष का आवंटन करने का अनुरोध किया।

संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष पीटर थॉमसन ने कहा, हमने जो गलतियां की हैं, उन्हें सुधारने का वक्त आ गया है।

महासागर सम्मेलन के महासचिव वू होंगबो ने सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर कहा कि सम्मेलन के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए सबको मिलकर काम करना चाहिए।

शुक्रवार तक चलने वाले महासागर सम्मेलन 2030 सतत विकास एजेंडा के लक्ष्यों पर केंद्रित होगा।

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अन्तर्राष्ट्रीय

लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद

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नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।

बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।

मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।

 

 

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