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अन्तर्राष्ट्रीय

संरा में पाकिस्तान के कश्मीर राग को भारत ने नजरअंदाज किया

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संयुक्त राष्ट्र, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)| पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में एक बार फिर बिना किसी वजह के कश्मीर राग अलापा, लेकिन भारत ने इसे बैठक के एजेंडे के लिए व्यवधान मानते हुए नजरअंदाज कर दिया।

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने बैठक में उपनिवेशवाद पर चर्चा के दौरान अपने भाषण के एक हिस्से में कश्मीर का मुद्दा उठाया।

भारत के स्थायी मिशन में मंत्री श्रीनिवास प्रसाद ने बाद में अपने भाषण में कहा, हम पाकिस्तानी प्रतिनिधि मंडल के ऐसे मुद्दे को यहां उठाने को खारिज करते हैं, जो कभी भी समिति के एजेंडे में नहीं रहा है।

प्रसाद ने कहा, हम इसे एजेंडे से ध्यान भटकाने वाला मानते हैं और यह भटकाव प्रतिक्रिया योग्य नहीं है।

कश्मीर को कभी भी संयुक्त राष्ट्र द्वारा एक उपनिवेश या गैर-स्वशासन क्षेत्र नहीं माना गया है।

लोधी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र का उपनिवेशवाद एजेंडा कश्मीर समस्या सुलझाए बिना ‘अधूरा’ है।

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी मिशन के काउंसलर सायमा सैयद ने प्रसाद के भाषण के बाद पाकिस्तान के जवाब देने के अधिकार(राइट टू रिप्लाई) का इस्तेमाल कर फिर से कश्मीर मुद्दे को उठाते हुए कश्मीर पर 1948 में संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव का हवाला दिया। भारत ने सैयद के बयान पर जवाब देने के अधिकार का इस्तेमाल नहीं किया।

इस माह लोधी ने दूसरी बार संयुक्त राष्ट्र के समक्ष कश्मीर मुद्दा उठाया है।

संयुक्त राष्ट्र की वार्षिक रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान पिछले सप्ताह महासभा में लोधी ने कहा था कि भारत की ओर से पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों को मारने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक कभी हुआ ही नहीं था और कहा था कि नई दिल्ली उनके देश को ऐसा कहकर उकसा रहा है।

लोधी को पिछले माह महासभा में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के भाषण की प्रतिक्रिया में एक फिलिस्तीनी घायल लड़की की तस्वीर को कश्मीर का बता कर दिखाने के लिए करारी फजीहत झेलनी पड़ी थी।

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अन्तर्राष्ट्रीय

पूर्वी युगांडा में भूस्खलन से 13 लोगों की मौत, 40 घर नष्ट

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पूर्वी युगांडा। पूर्वी युगांडा में भूस्खलन के कारण छह गांवों में 40 घर नष्ट हो गए और कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई. राहत अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. युगांडा रेडक्रॉस सोसाइटी ने कहा कि 13 शव बरामद कर लिए गए हैं और बचाव कार्य जारी है.

स्थानीय मीडिया ने बताया कि अधिकारियों को आशंका है कि मरने वालों की संख्या 30 तक हो सकती है. बुधवार रात भारी बारिश के चलते पर्वतीय जिले बुलाम्बुली में भूस्खलन हुआ।

बढ़ सकती है मृतकों की संख्या

स्थानीय मीडिया ने बताया कि अधिकारियों को आशंका है कि मृतकोंकी संख्या बढ़कर 30 तक हो सकती है। बुधवार रात भारी बारिश के बाद पहाड़ी जिले बुलाम्बुली में भूस्खलन हुआ। यह जिला राजधानी कंपाला से लगभग 280 किलोमीटर पूर्व में है। हालात बेहद भयावह नजर आ रहे हैं।

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