Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

सरकार अहंकारी, नोटबंदी से हुई मौतों पर माफी मांगने में नाकाम : कांग्रेस

Published

on

Loading

Randeep surjewalaनई दिल्ली। कांग्रेस ने बुधवार को केंद्र सरकार पर अहंकारी रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह नोटबंदी के कारण हुई मौतों पर माफी मांगने में नाकाम रही है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, सरकार इतनी अहंकारी है कि वह यह मानने को भी तैयार नहीं है कि नोटबंदी को लेकर लोगों की मौत हुई है और न ही इस पर खेद जताया है। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रुख जानना महत्वपूर्ण हो गया है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने इस बात को स्वीकार तक नहीं किया कि नोटबंदी के कारण लगभग 70 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा, नोटबंदी के कारण 70 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन मोदी संसद को संबोधित करने तक के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि मोदी ने नोटबंदी के फैसले से पहले इस मुद्दे को लेकर परामर्श तक नहीं किया।

सुरजेवाला ने कहा, नोटबंदी के 15 दिनों बाद भी देश के ग्रामीण व शहरी इलाकों के बैंकों में पैसे नहीं हैं। यहां तक कि एटीएम मशीनों में भी पैसे नहीं हैं। बीते 13 दिनों के भीतर सरकार 23 दिशानिर्देश जारी कर चुकी है।

कांग्रेस नेता ने कहा, किसान, कारोबारी, बड़े व्यापारी, छोटे व्यापारी व मजदूर नोटबंदी के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के फैसले के खिलाफ पूरा विपक्ष एकजुट है और 28 नवंबर को आक्रोश दिवस प्रदर्शन में हिस्सा लेगा।

सुरजेवाला ने कहा, संसद में सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हैं। सभी ने मिलकर 28 नवंबर को लोगों के आंदोलन, आक्रोश दिवस, के आयोजन का फैसला लिया है। उन्होंने कहा, जन विरोधी सरकार को बेनकाब करने के लिए कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता विरोध रैलियां निकालेंगे।

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

Published

on

Loading

नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

Continue Reading

Trending