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वीरेंद्र सहवाग ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया रिटायरमेंट

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नई दिल्ली। भारत के सबसे सफल सलामी बल्लेबाजों में से एक वीरेंद्र सहवाग ने मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से तत्काल प्रभाव से संन्यास की घोषणा कर दी। सहवाग ने अपने ट्विटर अकाउंट यह जानकारी दी। सहवाग ने लिखा, “मुझे शुभकामनाएं एवं प्यार देने के लिए आप सभी का धन्यवाद। तत्काल प्रभाव से मैं क्रिकेट के सभी प्रारूपों और आईपीएल से संन्यास की घोषणा करता हूं।”

मंगलवार को सहवाग अपना 37वां जन्मदिन मना रहे हैं। सहवाग अभी रणजी ट्रॉफी में हरियाणा के लिए खेल रहे हैं। सहवाग ने एक दिन पहले ही संकेत दे दिया था कि वह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में अगले साल जनवरी में होने वाले मास्टर्स चैम्पियंस लीग (एमसीएल) में हिस्सा लेने के लिए ‘जल्द ही’ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल से संन्यास ले लेंगे। हालांकि जल्दी ही आने वाली घोषणा का दिन एक दिन बाद ही आ गया।

सहवाग ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, “एक दिन पहले मार्क ट्वेन के उद्धरण के साथ मेरे संन्यास की खबर काफी बढ़ा-चढ़ा कर पेश की गई। हालांकि मैंने विश्लेषकों की मान्यता के विपरीत हमेशा से वही किया है जिसें मैं सही मानता रहा हूं।” सहवाग ने कहा, “मुझ पर हमेशा ईश्वर की दया रही है और मैंने खेल के मैदान पर और अपने जीवन में जो करना चाहा वह किया। मैंने कुछ समय पहले ही तय कर लिया था कि अपने 37वें जन्मदिन पर मैं संन्यास ले लूंगा। इसलिए मैं क्रिकेट के सभी प्रारूपों और आईपीएल से संन्यास की घोषणा करता हूं।” सहवाग हालांकि मास्टर्स चैम्पियंस लीग में खेलते रहेंगे।

एमसीएल के नियम के मुताबिक इसमें हिस्सा लेने वाले खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में किसी भी प्रारूप में सक्रिय नहीं होने चाहिए। सहवाग ने सोमवार को दुबई में अपने संन्यास की बात कह दी थी। बाद में सहवाग ने ‘द क्विंट’ को दिए गए साक्षात्कार में इस बात की पुष्टि कर दी। सहवाग ने कहा, “हां, मैं एमसीएल में खेलूंगा। जल्द ही मैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लूंगा। मैं जल्द ही आधिकारिक तौर पर इस बात की घोषणा करूंगा।”

सहवाग ने मंगलवार को जारी वक्तव्य में कहा, “मैं अपने साथी खिलाड़ियों का आभार व्यक्त करता हूं, उनमें से कुछ महान खिलाड़ी बने। मैं अपने सभी कप्तानों का भी आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने मुझ पर विश्वास जताया। मैं अपने सबसे बड़े साझीदार भारतीय खेल प्रशंसकों का मेरे लिए दिखाए गए लगाव और समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं। मैंने दुनिया के कुछ धुरंधर खिलाड़ियों के खिलाफ खेला, जो मेरे लिए बेहद सम्मान की बात रही।”

दिल्ली निवासी सहवाग अभी हरियाणा के लिए रणजी ट्रॉफी खेल रहे हैं और वह इस टीम के कप्तान हैं। सहवाग ने इस सीजन में दो मैचों में अर्धशतक लगाए हैं। हरियाणा क्रिकेट संघ के सचिव अनिरुद्ध चौधरी ने कहा है कि सहवाग पूरे सीजन में हरियाणा के लिए खेलेंगे। अब देखना है कि पहली बार दिल्ली से अलग होकर रणजी खेल रहे सहवाग अपना वचन निभाते हैं या नहीं।

सहवाग ने भारत के लिए 15 साल के करियर में 104 टेस्ट खेलते हुए 8586 रन बनाए। इसके अलावा सहवाग ने 251 एकदिवसीय मैचों में 8273 रन जुटाए। टेस्ट मैचों में सहवाग के नाम 23 और एकदिवसीय मैचो में 15 शतक हैं। वह एकदिवसीय मैचों में दोहरा शतक लगाने वाले गिने-चुने खिलाड़ियों में शामिल हैं। इसके अलावा वह टेस्ट मैचों में दो तिहरे शतक लगाने वाले चार खिलाड़ियों में से एक हैं।

सहवाग ने कहा, “मैं आज अपने पिता की कमी महसूस कर रहा हूं। मैंने जब यह सफर शुरू किया था तब वह मेरे साथ थे और मैं चाहता था कि वह आज मेरे साथ होते। मैं अपने कोच ए. एन. शर्मा का आभार व्यक्त करना चाहूंगा, जिनकी बदौलत मैं एक संपूर्ण खिलाड़ी बन सका।” टेस्ट में सहवाग ने 40 और एकदिवसीय मैचों में 90 विकेट लिए। इसके अलावा सहवाग ने भारत के लिए 19 टी-20 मैच खेले और 394 रन बनाए। 2011 में विश्व कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे सहवाग ने अपना अंतिम टेस्ट 2 मार्च, 2013 को हैदराबाद में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था जबकि एकदिवसीय टीम के लिए वह अंतिम बार 2013 में कोलकाता में पाकिस्तान के खिलाफ खेले थे।

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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

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