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मनोरंजन

सारगर्भित फिल्मों के लिए याद किए जाएंगे बालचंदर

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चेन्नई| सिने जगत को सुपरस्टार रजनीकांत, कमल हासन, सरिता और प्रकाश राज जैसे नायाब हीरे देने वाले विख्यात फिल्म निर्माता-निर्देशक के. बालचंदर (84) की सारगर्भित फिल्में हमेशा याद की जाएंगी। बालचंदर ने मंगलवार को चेन्नई के कावेरी अस्पताल में अंतिम सांस ली, जहां वह कई दिनों से भर्ती थे।

अपने जीवनकाल में 150 से अधिक फिल्में देने वाले बालचंदर को उनकी ‘अवल ओरा थोडार काथै’, ‘अवरगल’, ‘वरुमायिन निरम सिगप्पू’ और ’47 नटकल’ फिल्म के लिए विशेष रूप से जानता है।

प्राणी विज्ञान में स्नातक करने वाले बालचंदर जीवन के शुरुआती वर्षो में रंगमंच और नाटकों के प्रति आकर्षित हुए और नाटकों में सक्रिय रूप से भाग भी लिया। नाटकों के प्रति अपने विशेष लगाव की वजह से वह नाटक कंपनी युनाइटेड एमेच्योर आर्टिस्ट के जरिए रंगमंच से जुड़े। बाद में उन्होंने स्वयं की नाटक कंपनी शुरू की। उनका नाटक ‘मेजर चंद्रकांत’ जबर्दस्त रूप से सफल रहा था।

फिल्म जगत में कदम रखने के बाद भी बालचंदर का नाटकों से प्रेम जारी रहा। यही वजह थी कि उन्होंने एक नाटक को फिल्म का रूप दिया, जिसे जबर्दस्त सफलता मिली। जल्द ही उन्होंने सामाजिक और पारिवारिक मुद्दों पर आधारित फिल्में बनानी शुरू कीं।

उनकी ऐसी ही एक फिल्म है-‘अरंगेट्रम’। यह फिल्म एक ब्राह्मण लड़की की गरीबी और मजबूरन उसके वेश्यावृत्ति में जाने की कहानी है। इस फिल्म में अभिनेता कमल हासन ने अपनी पहली वयस्क भूमिका निभाई थी।

बालचंदर ने एक युवक के अपनी से बड़ी उम्र की महिला के प्यार में पड़ने की कहानी लेकर रजनीकांत को सिनेजगत में प्रवेश कराया। इस फिल्म का नाम था- ‘अब्बोरवा रगंगाल’।

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार प्राप्त करने वाले बालचंदर ने हिंदी सिनेजगत को ‘आईना’, ‘एक दूजे के लिए’ और ‘एक नई पहेली’ जैसी फिल्में दीं। उन्हें 1987 में पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया।

मनोरंजन

असित मोदी के साथ झगड़े पर आया दिलीप जोशी का बयान, कही ये बात

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मुंबई। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में जेठालाल गड़ा का किरदार निभाने वाले दिलीप जोशी को लेकर कई मीडिया रिपोर्ट्स छापी गईं, जिनमें दावा किया गया कि शो के सेट पर उनके और असित मोदी के बीच झगड़ा हुआ। फिलहाल अब दिलीप जोशी ने इस पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ी है और खुलासा करते हुए बताया है कि इस पूरे मामले की सच्चाई क्या है। अपने 16 साल के जुड़ाव को लेकर भी दिलीप जोशी ने बात की और साफ कर दिया कि वो शो छोड़कर कहीं नहीं जा रहे और ऐसे में अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए।

अफवाहों पर बोले दिलीप जोशी

दिलीप जोशी ने अपना बयान जारी करते हुए कहा, ‘मैं बस इन सभी अफवाहों के बारे में सब कुछ साफ करना चाहता हूं। मेरे और असित भाई के बारे में मीडिया में कुछ ऐसी कहानियां हैं जो पूरी तरह से झूठी हैं और ऐसी बातें सुनकर मुझे वाकई दुख होता है। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ एक ऐसा शो है जो मेरे और लाखों प्रशंसकों के लिए बहुत मायने रखता है और जब लोग बेबुनियाद अफवाहें फैलाते हैं तो इससे न केवल हमें बल्कि हमारे वफादार दर्शकों को भी दुख होता है। किसी ऐसी चीज के बारे में नकारात्मकता फैलते देखना निराशाजनक है जिसने इतने सालों तक इतने लोगों को इतनी खुशी दी है। हर बार जब ऐसी अफवाहें सामने आती हैं तो ऐसा लगता है कि हम लगातार यह समझा रहे हैं कि वे पूरी तरह से झूठ हैं। यह थका देने वाला और निराशाजनक है क्योंकि यह सिर्फ हमारे बारे में नहीं है – यह उन सभी प्रशंसकों के बारे में है जो शो को पसंद करते हैं और ऐसी बातें पढ़कर परेशान हो जाते हैं।’

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