Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

सिंधी भाषा को बचाएं युवा : मुरलीधर जेटले

Published

on

जयपुर,दिल्ली,सिंधी,उपाध्यक्ष-एवं-वरिष्ठ,लेखक-मुरलीधर-जेटले,झम्मू हुगाणी, अशोक मनवाणी, कैलाश शादाब

Loading

जयपुर | दिल्ली की सिंधी अकादमी के उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ लेखक मुरलीधर जेटले ने वर्तमान स्थितियों में सिंधी भाषा एवं साहित्य की दशा पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि जरूरत इस बात की है कि युवा आगे आकर भाषा के प्रति आत्मीयता बरतें व सिंधी भाषा के अस्तित्व को बचाएं। राजस्थान सिंधी अकादमी द्वारा शनिवार को दो दिवसीय अखिल भारतीय सिंधी लेखक संगोष्ठी शुरू हुई।

इस अवसर पर साहित्य अकादमी पुरस्कृत वरिष्ठ कवि वासुदेव मोदी ने सिंधी साहित्य को देश की अन्य भाषाओंके साहित्य के बराबर का बताया और कहा कि विपरीत स्थितियों के बावजूद आज भी उच्चस्तरीय सृजन कार्य हो रहा है। अध्यक्षीय उद्बोधन में कलाकार सुंदर अगवानी ने कहा, “निश्चय ही चुनौतियां बड़ी हैं, मगर भविष्य कभी भी बंजर नहीं हो सकता। हमें आशावादी सोच के साथ सृजनशीलता को बनाए रखना होगा।” उद्घाटन सत्र की शुरुआत में सिंधी समुदाय के इष्टदेव झूलेलाल के चित्र पर माल्यार्पण किया गया।

समारोह में ‘सिंधी साहित्य और बाजारवाद’ पर आयोजित एक सत्र की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ कवि हरीश करमचंदाणी ने कहा कि बाजारवाद का साहित्य व भाषा पर प्रभाव पड़ना निश्चित है, मगर आवश्यकता इस बात की है कि इसका मुकाबला करते हुए सृजन को इसके दुष्परिणामों के प्रति लोगों को चेतना सम्पन्न बनाया जाए।

इस अवसर पर ‘सिंधी साहित्य के सामने चुनौतियां’ एवं ‘सिंधी भाषा-साहित्य पर क्षेत्रीय भाषाओं का असर’ विषयक सत्र भी आयोजित किए गए। संगोष्ठी में वरिष्ठ लेखक भगवान अटलानी, कन्हैया अगनाणी, डॉ. जेठो लालवाणी, झम्मू हुगाणी, अशोक मनवाणी, कैलाश शादाब सहित उल्लाहस नगर, अहमदाबाद, भोपाल, नई दिल्ली सहित देशभर से कई लेखक, साहित्यकार एवं कवियों ने भाग लिया।

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

Published

on

Loading

प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

Continue Reading

Trending