प्रादेशिक
सीआईएसएफ जवान की मौत मामले में 9 अधिकारी गिरफ्तार
कोझिकोड | केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के एक जवान की मौत के संबंध में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के नौ अधिकारियों के खिलाफ शुक्रवार को गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। सीआईएसएफ जवानों और एएआई अधिकारियों के बीच बुधवार रात हुई झड़प की जांच कर रही केरल पुलिस की टीम के सदस्य बी.संतोष ने बताया कि सभी नौ आरोपी दमकल और बचाव विभाग के कर्मचारी हैं और उन्हें शनिवार को दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया जाएगा।
इधर, 44 वर्षीय सीआईएसएफ जवान ए.एस.यादव का शव शुक्रवार को विमान से मुंबई भेजा गया, जहां से उनके गृह शहर वाराणसी भेजा जाएगा। मालाप्पुरम जिले के कोटोत्ती थाने के सर्किल इंस्पेक्टर संतोष ने बताया, “हवाई अड्डे के सीसीटीवी वीडियो को कई बार देखे जाने के बाद गिरफ्तारी हुई है। जांच जारी है तथा और अधिक सबूत मिलने पर आगे भी गिरफ्तारियां होंगी।” सीआईएसएफ निरीक्षक सीताराम चौधरी के पिस्तौल की सिल्वर नाइट्रेट से जांच की गई। इसी पिस्तौल से चली गोली से यादव की मौत हुई थी। इससे पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि सीआईएसएफ और एएआई कर्मचारियों के बीच झड़प हुई थी। इससे पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि यह गैर इरादतन हत्या का मामला है।
इधर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एन.शंकर रेड्डी ने शुक्रवार को राज्य पुलिस प्रमुख टी.पी.सेनकुमार को अपनी रपट सौंपी, जिसमें कहा गया है कि हवाईअड्डे के अंदर काम करने वाले विभिन्न एजेंसियों के अधिकारी इस घटना में शामिल थे और इसमें कोई बाहरी व्यक्ति नहीं था, इसे सुरक्षा घेरा तोड़ने का मामला नहीं माना जाना चाहिए। सूत्रों ने बताया कि रेड्डी की रपट सीसीटीवी से प्राप्त दृश्य (फुटेज) पर आधारित हैं और इसे केंद्र को भेजा जाएगा। दृश्य के अनुसार, यादव की मौत की खबर सुनने के बाद सीआईएसएफ के नाराज जवान हवाईअड्डे की संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे। सीआईएसएफ के जवानों के खिलाफ तोड़फोड़ के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। केरल पुलिस ने दमकल तथा बचाव विभाग के 15 अधिकारियों की पहचान की और उन पर गुरुवार सुबह से नजर रखी जा रही थी।
झड़प के बाद सीआईएसएफ निरीक्षक चौधरी सहित तीन अधिकारियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। केरल पुलिस के अतिरिक्त हवाईअड्डे पर काम कर रही अन्य एजेंसियां भी गोलीबारी की घटना की रपट तैयार कर रही है। केंद्रीय गृह मंत्री ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है और भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए वह विभिन्न विभागों/एजेंसियों के अधिकारियों से बात करेंगे।
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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