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सीएम योगी से निराश गायत्री प्रजापति के परिजन राज्यपाल की चौखट पर पहुंचे

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात का प्रयास विफल होने के बाद दुष्कर्म के आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के परिवार वालों ने बुधवार को राज्यपाल राम नाईक से मिलने का प्रयास किया लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पाई।

राजभवन के सूत्रों ने बताया कि प्रजापति के परिवार वाले सुबह राजभवन पहुंच गए लेकिन उनकी राज्यपाल से मुलाकात नहीं हो सकी। राज्यपाल उस समय एक कार्यक्रम में थे।

सूत्रों ने बताया कि परिवार वालों ने राज्यपाल से मुलाकात का समय मांगा है लेकिन अब तक इस बारे में कुछ तय नहीं हुआ है। राज्यपाल से मुलाकात नहीं होने पर प्रजापति की पत्नी ने कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दरवाजा खटखटाएंगी।

इससे पहले सोमवार को प्रजापति के परिवार के लोग मुख्यमंत्री से जनता दर्शन कार्यक्रम में मिलने उनके आवास गए थे। प्रजापति की पत्नी ने मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग के बाहर संवाददाताओं को बताया कि वे मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे लेकिन वह नहीं मिले।

उल्लेखनीय है कि विवादास्पद मंत्री गायत्री प्रजापति को पिछले सप्ताह कथित रूप से दुष्कर्म और दुष्कर्म के प्रयास के मामले में जमानत मिल गई थी लेकिन इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने प्रजापति को पाक्सो अदालत से मिली जमानत पर रोक लगा दी थी।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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