Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

सोशल मीडिया के इस्तेमाल में रहें सावधान : गृह मंत्रालय

Published

on

Loading

नई दिल्ली| नरेंद्र मोदी सरकार ने नीतियों और कार्यक्रमों के बारे में जनता तक जानकारी पहुंचाने के लिए भले ही अपने अधिकारियों को सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने के लिए उत्साहित किया हो, लेकिन अब सरकार ने उन्हें यह भी कहा है कि साइबर ताक-झांक के खतरे से बचने के लिए वे सोशल मीडिया के इस्तेमाल में सावधानी बरतें।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पांच दिसंबर को जारी अपने आदेश में अधिकारियों को सोशल मीडिया का संयमपूर्वक इस्तेमाल करने का आदेश दिया। अधिकारियों को दफ्तर के कामकाज के लिए ऐसे ईमेल सेवा प्रदाता से मेल न करने के लिए कहा गया है जिनके सर्वर भारत के बाहर हैं।

इस परिपत्र की एक प्रतिलिपि पास है। इस परिपत्र में अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते वक्त वे यह सुनिश्चित करें कि किसी गोपनीय सूचना का खुलासा नहीं किया जाए।

मंत्रालय ने अधिकारियों से कहा है कि किसी भी जानकारी को सोशल मीडिया पर डालने से पहले वे उसकी पुष्टि कर लें।

परिपत्र में कहा गया है, “लोगों तक सूचनाएं पहुंचाने के लिए सरकार में सोशल मीडिया का बढ़-चढ़कर इस्तेमाल किया जा रहा है। सूचना के प्रसार, नीति निर्धारण, भर्ती, जागरूकता बढ़ाने और शिक्षा बगैरह के लिए इसका उपयोग किया जा रहा है। ज्यादातर सोशल मीडिया वेबसाइट भारत के बाहर के हैं और इन पर भारतीय कानून लागू नहीं होते।”

इसमें कहा गया है, “साइबर स्पेस में मौजूदा खतरे के परिदृश्य को देखते हुए यह सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है जिस कानून का हम पालन कर रहे हैं, उसमें सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त प्रावधान हों।”

परिपत्र के मुताबिक, “अधिकारी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करने के लिए स्वतंत्र हैं। लेकिन ऐसा करते वक्त वे यह सुनिश्चित करें कि किसी गोपनीय सूचना का खुलासा न किया जाए। उनके विचारों को तब तक आधिकारिक न माना जाए जब तक कि उनकी पुष्टि न हो।”

इसमें यह भी कहा गया है कि दस्तावेज से संबंधित दफ्तर के कार्यो को वे किसी ऐसे सेवा प्रदाता से ईमेल का उपयोग करें जिसका सर्वर भारत में हो, और इसके लिए वे नेशनल इंफोर्मेटिक सेंटर (एनआईसी) की सेवा का प्रयोग कर सकते हैं।

इस परिपत्र में कहा गया है कि यह निर्देश मंत्रालय के सभी अधिकारियों के लिए हैं और इनका पालन आवश्यक रूप से होना चाहिए।

एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि यह साफ है कि एक बार कोई जानकारी सोशल मीडिया पर साझा कर दी गई, तो फिर वह गुप्त नहीं रहती। यहां तक कि उच्च सुरक्षा सेटिंग्स के बाद भी दोस्त अथवा वेबसाइट अनजाने में ही नापाक इरादों के लिए सूचना लीक कर सकते हैं।

नेशनल

गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

Continue Reading

Trending