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हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ नहीं : आईआईटी मद्रास

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चेन्नई| भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की मद्रास शाखा ने शुक्रवार को कहा कि वह विद्यार्थियों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ नहीं है, लेकिन उनसे कुछ निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करने की उम्मीद करती है। संस्थान ने कथित तौर पर परिसर का माहौल बिगाड़ने की नीयत से विवादित पर्चियां बांटने वाले छात्रों के एक समूह के खिलाफ कार्रवाई की थी।

आआईटी मद्रास के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि परिसर में कई छात्र संगठन हैं। उनमें से कुछ संगठन छात्रसंघ का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनका संचालयन, निर्वाचन खुद छात्र ही करते हैं।

बयान में कहा गया, “कुछ छात्र संघ विद्यार्थियों के हित और कल्याण के लिए गठित हुए हैं। संस्थान के संसाधनों के इस्तेमाल के इच्छुक छात्र समूहों को पहले मान्यता प्राप्त करनी होगी और निर्वाचित छात्र प्रतिनिधियों वाले बोर्ड ऑफ स्टूडेंट द्वारा तय किए दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।”

संस्थान का यह बयान उस घटना के प्रकाश में आने के बाद आया, जिसमें संस्थान ने विद्यार्थियों के एक स्टडी सर्किल ‘अंबेडकर पेरियार स्टडी सर्किल (एपीएससी)’ के खिलाफ एक शिकायत के आधार पर कार्रवाई की थी। शिकायत में कहा गया था कि छात्र समूह संस्थान परिसर में विवादित पर्चियां और पोस्टर बांटकर विद्यार्थियों के बीच नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।

बयान में कहा गया कि आईआईटी मद्रास विद्यार्थियों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हस्तक्षेप नहीं करता और छात्र समूहों से हर प्रकार की गतिविधियों में निर्धारित दिशानिर्देशों के पालन की उम्मीद करता है।

बयान में कहा गया, “निर्धारित दिशानिर्देशों के तहत कोई भी छात्र समूह संस्थान का नाम (आईआईटी-मद्रास) या इसकी आधिकारिक संस्थाओं का नाम अपनी गतिविधियों के प्रचार या समर्थन जुटाने के लिए बिना इजाजत इस्तेमाल नहीं कर सकता।”

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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