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हिमाचल : मुख्यमंत्री ने पेश की अनुपूरक मांग

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शिमला | हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बुधवार को बजट सत्र के पहले दिन चालू वित्तवर्ष के लिए 7,753.60 करोड़ रुपये की अनुपूरक मांग पेश की। राज्यपाल कल्याण सिंह के संबोधन के बाद मुख्यमंत्री ने अनुदान के लिए अनुपूरक मांगों को पटल पर रखा। वीरभद्र सिंह के पास राज्य के वित्तमंत्री का भी पदभार है।

अनुपूरक मांग के कुल अनुदान में 6,078 करोड़ रुपये गैर-योजनागत योजनाओं के लिए, 269 करोड़ रुपये योजना के अंतर्गत और 1,405 करोड़ रुपये केंद्र प्रायोजित योजनाओं के लिए प्रस्तावित किए गए हैं। गैर योजनागत व्यय के तहत प्रमुख अनुदान में भारतीय रिजर्व बैंक से राजस्व धन के लिए 5,782 करोड़ रुपये, पुलिस और संबद्ध संगठनों के लिए 63 करोड़ रुपये, सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए 28 करोड़ रुपये, ग्रामीण विकास के लिए 18 करोड़ रुपये और प्राकृतिक आपदाओं के लिए 12 करोड़ रुपये मांगे गए हैं। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का सत्र एक माह तक चलेगा। 22 बैठकों वाला यह सत्र 10 अप्रैल को समाप्त होगा। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह 18 मार्च को बजट पेश करेंगे। वह 1983 में पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री बने थे, तब से लेकर अभी तक यह उनका 18वां बजट होगा।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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