Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

हैदराबाद में ‘आफत की बारिश’ के बाद सेना, एनडीआरएफ ने मोर्चा संभाला

Published

on

Loading

Hyderabad-ndrfहैदराबाद। सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने शनिवार को वृहत हैदराबाद के वर्षा प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया, क्योंकि लगातार वर्षा होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। शहर के बेगमपेट, निजामपेट, हकीमपेट और अलवल इलाके में राहत कार्य शुरू करने के लिए सेना और एनडीआरएफ के जवान हरकत में आए। इन इलाकों के दर्जनों क्षेत्र विगत चार दिनों से लगातार पानी में डूबे हुए हैं।

बाढ़ प्रभावित इलाकों में सेना की चार टुकडिय़ां तैनात की गई हैं। सेना ने वृहत हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के कार्यालय में एक नियंत्रण कक्ष की भी स्थापना की है। एक रक्षा बयान के अनुसार, जीएचएमसी और एनडीआरएफ के अधिकारियों के साथ तालमेल बैठाकर सेना 24 घंटे स्थिति पर नजर रखे हुई है।

बयान में कहा गया, अलवल के मलिन इलाकों में सेना की टुकडय़िां पहले से ही राहत सामग्री और मेडिकल सहायता उपलब्ध करा रही हैं। सेना की अन्य टुकडय़िों को आवश्यकतानुरूप इस्तेमाल के लिए आरक्षित रखा गया है। अलवल, कुकटपल्ली, मियापुर, निजामपेट और बेगमपेट के रिहायशी कॉलोनियों में बाढ़ से कोई राहत नहीं मिली है, क्योंकि शुक्रवार रात अतिरिक्त वर्षा हुई है।

स्थानीय लोगों ने 40 बच्चों को उस समय बचाया, जब कुकटपल्ली के धरनीनगर इलाके में शनिवार को एक स्कूल बस बाढ़ के पानी में फंस गई। चश्मदीदों के अनुसार, चालक ने चेतावनी की अनदेखी करते हुए बाढ़ के पानी से होकर बस को निकालने की कोशिश की। बस में एक निजी स्कूल के बच्चे सवार थे। शहर में सभी शिक्षण संस्थानों में दो दिनों की छुट्टी की सरकारी घोषणा के बावजूद स्कूल खुले थे।

तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री कादियम श्रीहरि ने कहा कि स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जो सरकारी आदेश के बावजूद खुले हुए थे। इस बीच बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोग भोजन, पीने के पानी और अन्य आवश्यक व्सतुओं की कमी से जूझ रहे हैं। कुछ गैर सरकारी संगठन भोजन, दूध और पानी के पैकेट बांट रहे थे।

शहर की सीमा पर स्थित निजामपेट के भंडारी लेआउट में करीब 200 अपार्टमेंट बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। अधिकांश बाशिंदे फ्लैट खाली कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं।

नगर निगम प्रशासन विभाग के मंत्री के.टी.रामाराव, अन्य राज्य मंत्रियों और बृहत हैदराबाद नगर निगम के अधिकारियों ने शुक्रवार देर रात और शनिवार सुबह कुछ इलाकों का दौरा किया। मौसम कार्यालय के अनुमान के मुताबिक, अगले दो दिनों तक अभी वर्षा होने की संभावना है। प्रशासन सतर्क है। राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की छह टीमें शहर में पहुंच गई हैं। प्रत्येक टीम में 40 कर्मी हैं।

नेशनल

लद्दाख में टैंक अभ्यास के दौरान अचानक बढ़ा नदी का जलस्तर, जीसीओ समेत पांच जवानों की मौत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी इलाके में टैंक से नदी पार करने के दौरान हुए हादसे में सेना के पांच जवानों की मौत हो गई। इनमें एक जेसीओ भी शामिल है। रक्षा अधिकारी के मुताबिक, शुक्रवार को यहां टैंक अभ्यास के दौरान नदी पार करते समय अचानक से नदी का जलस्तर बढ़ गया जिसमें सेना के जवान फंस गए।

देखते ही देखते नदी के बढ़ते जलस्तर ने आसपास की जगह को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया। टैंक भी तेजी के साथ तेज बहाव की चपेट में आने लगा। सेना के जवानों की कड़ी कोशिश के बाद भी टैंक से नियंत्रण कम होता गया। ऐसे में तेज बहाव का पानी सेना के पांच जवानों और टैंक को बहा कर ले गया। हादसे की जानकारी मिलते ही तुरंत सेना की अन्य टीमें मौके पर पहुंची।

राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। बाढ़ के पानी के बीच बचाव कार्य चलाना चुनौतियों से भरा था। लेकिन फिर भी जवान अपने साथियो को बचाने के लिए प्रयास करते रहे, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। शनिवार दोपहर अधिकारियों ने जानकारी दी कि टैंक में सवार जेसीओ सहित पांच बहादुर जवानों ने इस हादसे में अपनी जान गंवा दी है। सभी शवों को बरामद कर लिया गया है।

Continue Reading

Trending