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हॉस्पिटल में मां को बिलखते हुए देख 10 साल के बच्चे ने उठाया ऐसा कदम कि….

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पटना। बिहार की राजधानी पटना में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सभी के रोंगटे खड़े कर दिए। दरअसल, यहां के हॉस्पिटल में भर्ती मां को डिस्चार्ज कराने के लिए 10 साल के बच्चे ने जो किया है वह उसकी उम्र के लिहाज से काफी सराहनीय हैं क्योंकि ये कदम उसकी समझदारी की शाबाशी देता है लेकिन वहीँ अस्पताल प्रशासन की ऐसी अमानवीय हरकत इंसानियत पर काला धब्बा भी लगाती है।

दरअसल, 10 साल के बच्चे कुंदन ने अपनी मां को अस्पताल से डिस्चार्ज कराने और बिल भरने के लिए कई दिन तक गाँव-गाँव जाकर भीख मांगी है। कुछ लोगों  ने जब बच्चे की मनोदशा देख पूछताछ की तब जाकर पूरे मामले का खुलासा हुआ।

हॉस्पिटल से मां को डिस्चार्ज कराने के लिए 10 साल के बेटे ने मांगी भीख

यहां एक प्राइवेट हॉस्पिटल में महिला को करीब 13 दिन पहले भर्ती कराया गया था। फैमिली का आरोप है कि डॉक्टरों ने उन्हें 70 हजार रुपए का बिल दिया। किसी तरह उन्होंने 50% बिल पेमेंट कर दिया। इसके बाद भी डॉक्टरों ने महिला को हॉस्पिटल से जाने की इजाजत नहीं दी। उसे कई दिन तक रोके रखा और ऑपरेशन के बाद टांके भी नहीं काटे। रविवार को मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव हॉस्पिटल पहुंचे और पुलिस को बुलाकर महिला की छुट्टी कराई।

हॉस्पिटल से मां को डिस्चार्ज कराने के लिए 10 साल के बेटे ने मांगी भीख

जानकारी के मुताबिक, महिला और उसकी फैमिली मधेपुरा के हनुमान नगर इलाके में रहती है। 16 दिन पहले उसे अचानक पेट में दर्द उठा। फैमिली उसे सहरसा के एक हॉस्पिटल में ले गई। वहां डॉक्टरों ने बताया कि महिला के पेट में पल रहे बच्चे की मौत हो गई है। उन्होंने इलाज के लिए पटना जाने की बात कही।

बता दें कि, सिविल सर्जन ने जब हॉस्पिटल के दस्तावेजों की जांच की तो सामने आया कि हॉस्पिटल बिना लाइसेंस और परमिशन के बगैर चल रहा था।

इसके साथ ही हॉस्पिटल ने महिला द्वारा लगाए सभी आरोपों को नकारा है और जबरदस्ती के बहाने भी बनाए है।

तो वहीँ, सांसद पप्पू यादव ने कहा, ”बिहार की राजधानी में कई हॉस्पिटल चल रहे हैं, जिनके पास लाइसेंस नहीं है। डॉक्टर लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर इलाज के नाम वसूली करते हैं। मरीजों को हॉस्पिटल में भर्ती कराने के बदले एम्बुलेंस वाले कमीशन लेते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्स कार्रवाई होनी चाहिए।”

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गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

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