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प्रादेशिक

10000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू : प्रभु

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कोलकाता,रेल मंत्री सुरेश प्रभु,उपभोक्ता अभियान,मीडियाकर्मियों,स्वच्छता

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कोलकाता | रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने शनिवार को कहा कि रेल सेवाओं में सुधार के लिए 26 मई से शुरू हुए उपभोक्ता अभियान के तहत 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि की परियोजनाएं शुरू की जा चुकी हैं। पूर्वी रेलवे द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने यहां मीडियाकर्मियों को बताया, “इस पखवाड़े के दौरान 10,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू की जा चुकी है। इनमें से कुछ परियोजनाएं पूरी हो चुकी है, जबकि अन्य पूरी होने की प्रक्रिया में है।”

26 मई से रेलवे ने रेलयात्री उपभोक्ता पखवाड़ा नाम से एक कार्यक्रम शुरू किया है, जहां यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए प्रशासन ने विभिन्न परियोजनाएं शुरू की है। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी यात्रियों की समस्याओं को समझने के लिए सीधे उनसे बातचीत कर रहे हैं और साथ में रेल सेवाओं के बारे में जागरूकता फैला रहे हैं।

प्रभु ने कहा कि इस पखवाड़े के दौरान 16,000-17,000 रोडशो पहले ही शुरू किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा, “हमने उपभोक्ता केंद्रित सेवाओं को बढ़ाने पर ध्यान देने का फैसला किया है।” महिलाओं की सुरक्षा के लिए मुंबई के उपनगरीय रेलों में एक मोबाइल एप्प की भी शुरुआत की गई है। इसे कोलकाता के यात्रियों के लिए भी उपलब्ध कराया जाएगा। रेलवे में स्वच्छता के लिए एकीकृत नीति भी तैयार की गई है।

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बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने आई लाखों जनता, मचा भगदड़

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भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित कुमुद विहार में आयोजित हनुमंत कथा के दूसरे दिन गुरुवार को वीआईपी गेट पर अव्यवस्था के कारण अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। इसके कारण कई लोगों को चोटें आई हैं। कथा के संरक्षक बनवारी शरण महाराज ‘काठिया बाबा’ ने आयोजन समिति और पुलिस-प्रशासन पर मनमानी का आरोप भी लगाया। आयोजन स्थल पर पहुंचे कई लोगों ने कहा कि बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने आई महिलाओं को वीआईपी पास के बावजूद एंट्री नहीं दी गई। वहीं, वीआईपी गेट पर अव्यवस्था के कारण कई बार भगदड़ की स्थिति भी बनी रही।

व्यवस्था पर उठे सवाल

एक महिला चंद्रकला सुमानी ने बताया कि उनके पास वीआईपी पास थे। अगर सीटें नहीं थीं तो वीआईपी पास क्यों जारी किया गया है। यहां पर व्यवस्था काफी खराब है। पुलिस ने बिना सूचना के वीआईपी गेट को बदल दिया। कई महिलाओं ने आरोप लगाया कि अव्यवस्था के कारण भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। कई लोग नीचे गिरे लोगों के ऊपर से चढ़कर गुजर गए। कई लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया है। हालांकि, अव्यवस्था और तमाम आरोपों पर आयोजकों की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।

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