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‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन में शाम को पहुंचेंगे पीएम मोदी 

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'हार्ट ऑफ एशिया' सम्मेलन में शाम को पहुंचेंगे पीएम मोदी अमृतसर। होटल रैडिशन ब्ल्यू में दो दिवसीय ‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन शुरू हो चुका है। अधिकारियों की बैठक भी शुरू हो चुकी है। सम्मेलन में वित्त मंत्री अरुण जेटली भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। इसके साथ ही पाकिस्तान, चीन, ईरान, रूस और अफगानिस्तान सहित 30 से अधिक देश के लोग शिरकत करेंगे। इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी 4 दिसंबर को मुख्य सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। अफगानिस्तान इसका स्थायी अध्यक्ष रहेगा जबकि भारत इस साल सह- अध्यक्ष होने के नाते सम्मेलन का मेजबान है। मंत्री स्तरीय सम्मेलन की सह अध्यक्षता जेटली और अफगान विदेश मंत्री करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम को यहां पहुंच जाएंगे।

अफगानिस्तान और इसके पड़ोसी देशों के बीच सुरक्षा, राजनीतिक और आर्थिक  सहयोग बढ़ाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए यह मंच तैयार किया गया है।  इस बैठक में अफगानिस्तान व उसके पड़ोसियों के बीच क्षेत्रीय सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, ताकि कनेक्टिविटी बढ़ाई जा सके और सुरक्षा खतरों से निपटा जा सके। सम्मेलन में विदेश मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज भाग लेने के लिए रविवार को भारत आएंगे। वह पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।

‘हार्ट आफ एशिया’ की मेजबानी के लिए पूरी गुरु नगरी को सजाया जा चुका है। शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। कांफ्रेंस स्थल होटल रेडीसन ब्ल्यू और होटल ताज व होटल हयात को अभेद्य दुर्ग में तबदील कर दिया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी होटल ताज में रहेंगे, जबकि विदेशी मेहमान अन्य दो होटलों में रहेंगे।

सुरक्षा के लिहाज से शहर अर्द्ध सैनिक बलों के हवाले कर दिया गया है। अर्द्ध सैनिक बलों की सात कंपनियां के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियों के पांच हजार जवान सड़कों पर तैनात हैं और शहर के चप्पे-चप्पे पर निगाह बनाए हुए है। सुरक्षा में तैनात जवानों ने देर रात रिहर्सल भी की।

शहर के एंट्री व एग्जिट मार्गों पर वाहनों के चेकिंग करने के अलावा हर हरकत पर जवान निगाह गड़ाए बैठे हैं। एसपीजी के जवानों ने श्रीदरबार साहिब और साडा पिंड में रिहर्सल करते हुए सुरक्षा का जायजा लिया। पूरा दिन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उच्चाधिकारियों की बैठकों का दौर चलता रहा।

हार्ट आफ एशिया के डेलीगेशन के स्वागत में शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। शहर के सभी अहम मार्गों पर जहां सुंदर लाइटिंग की गई है, वहीं भंडारी पुल पर एलईडी डिस्प्ले लगाई गई है, जो दर्शनीय स्थलों की जानकारी देने के अलावा रोड इंडीकेटर का भी काम कर रही है। इतना ही नहीं हालगेट, हाल बाजार से लेकर श्रीदरबार साहिब तक के रास्ते पर की गई सजावट तो देखते ही बन रही है। हैरीटेज स्ट्रीट और साडा पिंड को भी डेलीगेट्स की आमद को लेकर विशेषरूप से सजाया गया है।

इसके अलावा हार्ट आफ एशिया की कांफ्रेंस में शनिवार सुबह नौ बजे कांफ्रेंस में भाग लेने वाले देशों के अधिकारियों की बैठक शुरू।

शाम 4:50 बजे मंत्री व कांफ्रेंस डेलीगेट्स श्रीदरबार साहिब माथा टेकेंगे और जलियांवाला बाग जाएंगे।

शाम 6.30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी श्रीगुरुराम दास जी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचेंगे।

क्‍या है ‘हार्ट आफ एशिया’

‘हार्ट आफ एशिया’ की स्थापना 1 नवंबर, 2011 को अफगानिस्तान के शहर इस्तांबुल में 14 देशों ने मिल कर रखी थी। इसमें भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान, तुर्की, तुर्कमेनिस्तान, अजरबैजान और संयुक्त अरब अमीरात शामिल थे। इन देशों ने आतंकवाद रोकने, नशीले पदार्थों पर रोक, आपदा प्रबंधन, व्यापार-निवेश को बढ़ावा, विकास का ढांचा तैयार करने और शिक्षा का विस्तार जैसी छह प्राथमिकताओं को चुना था।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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