Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

विश्व विरासत सूची में शामिल हो सकते हैं साउथ कोरिया के चार मंदिर

Published

on

Loading

दक्षिण कोरिया के चार बौद्ध मंदिरों को यूनेस्को विश्व विरासत सूची में शामिल करने के लिए प्रस्तावित किया गया है। सांस्कृतिक विरासत प्रबंधन (सीएचए) ने यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी योनहाप ने बताया कि दक्षिण कोरिया ने पिछले वर्ष सात पर्वतीय मंदिरों को इस सूची में शामिल करने के लिए आवेदन दाखिल किया था।

योनहाप ने शुक्रवार को बताया कि यूनेस्को के अंतर्राष्ट्रीय स्मारक एवं स्थल परिषद ने इनमें से केवल चार की अनुशंसा की है। इस पर अंतिम निर्णय अगले महीने बहरीन में होने वाली वर्ल्ड हेरिटेज कमिटी की बैठक में लिया जाएगा। दक्षिण कोरिया के इन मंदिरों के अलावा मध्य सियोल में स्थित चंगडेओक सहित अन्य स्थल भी विश्व विरासत सूची में मौजूद हैं।

दक्षिण कोरिया के मंदिरों को देखने के लिए दूर-दूर से टूरिस्ट आते हैं। यहां का बोंग्युन्सा मंदिर सन 794 में बना था। इसे देखने हर रोज औसतन 10 हजार टूरिस्ट और श्रद्धालु आते हैं। हर साल 9 सितंबर को बौद्ध धर्मगुरू एक धार्मिक आयोजन करते हैं जिसमें बौद्ध भिक्षु पवित्र शास्त्रों को सिर पर रखकर जुलूस की शक्ल में निकलते हैं। यहां आने वालों के लिए मंदिर में दो दिन ठहरने की भी व्यवस्था है।

गगवोन्सा मंदिर में महात्मा बुद्ध की 60 टन की पीतल की प्रतिमा विशेष आकर्षण है। इस मंदिर को सन 1977 में बनवाया गया था। उत्तरी और दक्षिणी कोरिया में फिर से एकता हो जाए इसकी प्रार्थना करने के लिए इस मंदिर का निर्माण किया गया था। यहां आने वाले इसकी 203 सीढि़यों पर बैठकर फोटो जरूर खिंचाते हैं।

मंदिर में महात्मा बुद्ध की 60 टन की पीतल की प्रतिमा विशेष आकर्षण है

दक्षिण कोरिया का एक और मंदिर सुदेवोक्सा मंदिर काफी मशहूर है। लगभग 1500 वर्ष पुराने इस मंदिर की राष्ट्रीय धरोहर के रूप में मान्यता प्राप्त है। यहां सुबह 3 बजे से ही पवित्र मंत्रों का पाठ शुरू हो जाता है।

1500 वर्ष पुराने इस मंदिर की राष्ट्रीय धरोहर के रूप में मान्यता प्राप्त है।

अन्तर्राष्ट्रीय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी से की मुलाकात

Published

on

Loading

ब्राजील। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (स्थानीय समय) को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर अपने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने सांस्कृतिक और पब्लिक टू पब्लिक रिलेशन को मजबूत करने सहित व्यापार, निवेश और प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।

पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि, रियो डी जनेरियो जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी से मुलाकात करके खुशी हुई। हमारी बातचीत रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी में संबंधों को गहरा करने पर केंद्रित थी। हमने इस बारे में भी बात की कि संस्कृति, शिक्षा और ऐसे अन्य क्षेत्रों में सहयोग कैसे बढ़ाया जाए। भारत-इटली मित्रता एक बेहतर ग्रह के निर्माण में बहुत योगदान दे सकती है।

Continue Reading

Trending