Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिहार

बठिंडा : रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से 6 लाख 60 हजार की ठगी

Published

on

Loading

बठिंडा। मुक्तसर निवासी इकबाल दीप सिंह, रामपुरा (बठिंडा) निवासी रजनी रानी और अन्य के द्वारा रेलवे में नौकरी लगवाने का झूठा झांसा देकर आम लोगों से 6 लाख 60 हजार की ठगी का माम्मा सामने आया है।

इस मामले में थाना सिविल लाइन ने अमरिंदर सिंह की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की, जिसमें बैंक के जरिए अलग अलग तारीखों में 6 लाख 60 हजार की एंट्री दर्ज की गई है। मामले की गहराई से जांच करने पर ये दोषी पाए गए।

थाना सिविल लाइन मुख्य अफसर यादविंदर सिंह ने बताया कि दोषियों के खिलाफ आईपीसी ki dhara 420,120 -B ke तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई जाएंगी और उनको गिरफ्तार किया जाएगा।

Continue Reading

प्रादेशिक

बिहार के सरकारी अस्पताल में बिजली गुल, मोबाइल के टॉर्च में कराई गई महिला की डिलीवरी

Published

on

Loading

हाजीपुर। बिहार की राजधानी पटना से महज 30-40 किलोमीटर दूर हाजीपुर शादी प्रखंड का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कई दिनों से अंधेरे में डूबा है। यहां लगातार कई दिनों से मोबाइल की लाइट में डिलीवरी कराई जा रही है। रात बिरात अस्पताल में आने वाले मरीज परेशान हैं। क्योंकि अस्पताल में लाइट नहीं हैं। बीती रात भी यहां एक महिला की टॉर्च की रोशनी में डिलीवरी कराई गई।

जानकारी के अनुसार बिहार के हाजीपुर शादी प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीती रात करीब 1:30 बजे दर्द से छटपटाती महिला को उसके घर वाले लेकर आए। हालांकि वहां बिजली नहीं आ रही थी, जिसके बाद महिला को दर्द ज्यादा होने की वजह से डॉक्टरों ने देसी जुगाड़ का तरीका अपनाया। डॉक्टरों ने एक डंडे में मोबाइल को बांधकर उसका टॉर्च ऑन कर दिया। उसी टॉर्च की रोशनी में डॉक्टरों और उनकी टीम ने महिला का इलाज किया।

क्या बोले स्वास्थ्य कर्मचारी

खुद स्वास्थ्य कर्मचारी आशा कुमारी ने अस्पताल की लापरवाही की पोल खोली है। उन्होंने मीडिया के सामने बताया कि कई बार बिजली गुल होने की समस्या सामने आती रही है। हम लोगों ने कई बार स्वास्थ्य अधिकारी को इस मामले में सूचना दी है लेकिन अब तक कोई सुधार नहीं हुआ है। वहीं, डॉ अनिल कुमार ने भी बताया कि लाइट नहीं है लेकिन अस्पताल में मरीज हैं। किसी तरह इलाज किया जा रहा है। मामला सामने आने के बाद दोषी अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई की बात कही गई है।

Continue Reading

Trending