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प्रादेशिक

विज्ञान के माध्यम से होगी शांति की स्‍थापनाः प्रो.खेत्रपाल

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आंचलिक विज्ञान नगरी में 7वें साइंस एक्सपो का शुभारंभ, प्रो.सी.एल. खेत्रपाल, डा.वी.के. टण्डन, न्यूक्लियर मैगनेटिक रिजोनेन्स, एक छोटे से चुंबक से मिलने वाले परिणाम का अध्ययन

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7वें साइंस एक्सपो का उद्घाटन

लखनऊ।  आंचलिक विज्ञान नगरी में आज 7वें साइंस एक्सपो का शुभारंभ हुआ।  इस साइंस एक्सपो का उद्घाटन जाने-माने विज्ञान पुस्तकों के लेखक प्रो.सी.एल. खेत्रपाल, उपाध्यक्ष, बायो मेडिकल अनुसंधान केन्द्र, संजय गांधी स्नातकोत्‍तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ ने विधिवत दीप प्रज्ज्वलन करके किया एवं उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता डा.वी.के. टण्डन, पूर्व विभागाध्यक्ष एवं डीन, फैकल्टी आफ साईंस, लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा की गयी। इंस एक्सपो का दौरा करते समय मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों ने विभिन्न वैज्ञानिक संस्थानों के स्टालों पर बहुत रूचि दिखाई तथा इस कार्यक्रम को एक सराहनीय प्रयास बताया जिसमें वैज्ञानिक संस्थाओं तथा विद्यार्थियों के बीच सीधा संपर्क स्थापित हो सकता है। DSC_0577

मुख्य अतिथि प्रो.सी.एल.खेत्रपाल ने अपने उद्घाटन सम्बोधन में आंचलिक विज्ञान नगरी तथा सहयोगी संस्थाओं के प्रयासों को सराहा व इस अवसर पर उन्होंने ‘‘न्यूक्लियर मैगनेटिक रिजोनेन्स’’ विषय पर बहुत ही सरल शब्दों में जानकारी प्रदान की।  उन्होंने बताया कि किस तरह से एक छोटे से चुंबक से मिलने वाले परिणाम का अध्ययन कर किस प्रकार वैज्ञानिकों ने नोबल पुरस्कार जीते।  उन्होंने उस समीकरण की चर्चा की जिसकी बदौलत 7 वैज्ञानिकों ने अब तक नोबुल पुरस्कार जीते हैं। इस 20वीं सदी की उत्कृष्ट खोज ने बहुत सारी समस्याओं का समाधान प्रदान किया है। इसके द्वारा हम शराब के मस्तिष्क पर दुष्प्रभावों का अध्ययन कर सकते हैं तथा जन्म से पहले बच्चों पर पड़ने वाले प्रभावों को जान सकते हैं। इस तकनीक के पीछे के विज्ञान को भी उन्होंने बहुत ही सरल शब्दों में समझाया तथा अंत में उन्होंने बताया कि इस 21वीं सदी में संभवतः यह तकनीक इस बात को सिद्ध कर सकेगी कि विभिन्न धर्मों में किये जाने वाले मंत्रों के उच्चारण से मस्तिष्क में एक ही प्रकार का प्रभाव होता है।  उन्होंने यह भी बताया कि योगा से मिलने वाले आराम व मन की शांति का भी सत्यापन संभवतः इस तकनीक के माध्यम से किया जा सकेगा। इस प्रकार देश और समाज में फैली धर्मों की दीवार संभवतः टूट कर बिखर जायेगी और विज्ञान के माध्यम से शांति की स्थापना होगी।

कार्यक्रम के स्वागत भाषण में आंचलिक विज्ञान नगरी के परियोजना समायोजक उमेश कुमार ने साइंस एक्सपो को समाज में बदलाव लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि बदलाव का पहला कदम जागरूकता से आरंभ होता है और साइंस एक्सपो जागरूकता लाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। इस तरह के कार्यक्रमों के उत्साह जनक परिणाम भी देखने को मिले हैं तथा समाज से अंधविश्वास अब दूर भाग रहा है व समाज में वैज्ञानिक सोच का निर्माण हो रहा है।

अपने अध्यक्षीय भाषण में डा.वी.के. टण्डन ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद्, उप्र के द्वारा किये जा रहे शिक्षा सुधार प्रयासों के बारे में जानकारी दी तथा विद्याज्ञान जैसे स्कूलों तथा पाठशालाओं में प्रवेश की प्रक्रिया से बच्चों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इन स्कूलों में बच्चों को पूर्णतया निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है।  अंत में एस.एम.प्रसाद, संयुक्त निदेशक, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद्, उप्र ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और साथ ही विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद्, उप्र की उपलब्धियों एवं विद्यार्थियों के हित में चल रहीं विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उपरोक्त के अतिरिक्त आज बच्चों के लिए ‘‘वैज्ञानिक संस्थाओं को जानिए’’ एवं सामान्य विज्ञान प्रश्नोत्‍तरी प्रतियोगिता आदि का आयोजन हुआ साथ ही कठपुतली प्रदर्शन एवं आकाश दर्शन कार्यक्रम का आयोजन आम दर्शकों के लिए किया गया। आज के कार्यक्रामें में करीब 1250 की संख्या में लोग तथा प्रतिभागी मौजूद थे।

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हेयर ड्रायर चालू करते ही ब्लास्ट, महिला का दोनों हाथ बुरी तरह घायल

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बागलकोट। कर्नाटक के बागलकोट जिले से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां एक हेयर ड्रायर के धमाके में एक महिला के हाथों की हथेलियां और उंगलियां बुरी तरह से घायल हो गईं। यह हादसा इल्कल शहर में हुआ, जहां मृतक सैनिक की पत्नी ने अपने पड़ोसी का कूरियर पार्सल लिया था। जब महिला ने हेयर ड्रायर को चालू किया, तो वह धमाके से फट गया और महिला की दोनों हाथों की गंभीर चोटें आईं। महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों को मजबूरी में उसके हाथ काटने पड़े।

हेयर ड्रायर में धमका, महिला की उड़ी उंगलियां

बता दें कि इस घटना के बाद महिला को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना 15 नवंबर की है, जिसकी जानकारी बुधवार को सामने आई। पुलिस सूत्रों ने कहा कि घायल महिला की पहचान 37 वर्षीय बसवराजेश्वरी यरनाल के रूप में हुई है, जो पूर्व सैन्यकर्मी पापन्ना यरनाल की पत्नी थी। जिनकी 2017 में जम्मू और कश्मीर में मौत हो गई थी। जांच अधिकारियों के मुताबिक, विस्फोट बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ था। हेयर ड्रायर जैसे उपकरणों का उपयोग करने के लिए 2 वॉट के विद्युत कनेक्शन की आवश्यकता होती है। जिस स्विच में हेयर ड्रायर को डाला गया, तो उसकी क्षमता इतनी अधिक नहीं थी, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई। विस्फोट की आवाज सुनकर कुछ पड़ोसी दौड़े और उन्होंने बसवराजेश्वरी की हथेलियां और उंगलियां कटी हुई पाईं। उन्हें तुरंत पास के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। हालांकि शशिकला ने दावा किया कि उन्होंने ऑनलाइन कोई उत्पाद नहीं मंगवाया था

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