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सरकार हुई ‘ऑनलाइन’ तो विपक्ष ‘आउट ऑफ नेटवर्क’ : अखिलेश

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सरकार हुई 'ऑनलाइन' तो विपक्ष 'आउट ऑफ नेटवर्क', उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव

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सरकार हुई 'ऑनलाइन' तो विपक्ष 'आउट ऑफ नेटवर्क', उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव

लखनऊ| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को विपक्षी दलों पर प्रहार करते हुए कहा कि जो लोग अच्छे दिनों की बात करते थे, वे आज ‘आउट ऑफ नेटवर्क’ हो गए हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) विरोधियों से काफी आगे हैं। कुछ ऑफ लाइन हो गए हैं तो कुछ ‘आउट ऑफ नेटवर्क’ हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने सरकार के चार वर्ष पूरे होने के अवसर पर अपने आवास 5, कालिदास मार्ग में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। अखिलेश ने कहा कि पिछली सरकार ने सिर्फ पत्थर लगवाने का काम किया था। पार्को में घूमने के लिए टिकट लिया जाता था, लेकिन अब वे भी यह मानकर चल रहे हैं कि अगर सरकार बनी तो विकास का ही रास्ता अपनाएंगे।

अखिलेश यादव ने कहा कि सपा सरकार काफी तेजी से काम कर रही है। गोमती नगर में रिवर फ्रंट का काम काफी तेजी से चल रहा है। नदियों की सफाई पर भी सरकार ध्यान दे रही है। कानून व्यवस्था के मुद्दे को लेकर अखिलेश ने कहा कि सरकार के विकास कार्यो को छुपाने के लिए ही विरोधी दल कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाते रहते हैं। उनके पास कहने को कुछ नहीं है। सरकार पुलिस को और चुस्त-दुरुस्त कर रही है। चार वर्षो के भीतर अपनी छवि को लेकर अखिलेश ने कहा कि जब यहां की सरकार अच्छा काम करती है तो उसे अन्य जगहों की सरकारें रिपीट करती हैं। ऐसा कई राज्यों में देखने को मिला है। उम्मीद है कि इस बार भी जनता का आशीर्वाद प्राप्त होगा।

उन्होंने कहा, “सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर आरोप लगते रहे हैं। अन्य प्रदेशों की कानून व्यवस्था उप्र से ज्यादा खराब रही है, लेकिन उनकी चर्चा नहीं होती है। लोकतांत्रिक सरकार ने चार वर्ष के भीतर गांव-शहर के बीच संतुलन साधने की कवायद की है और यह आगे भी जारी रहेगा।” अखिलेश यादव ने अपनी सरकार के चार वर्ष पूरे होने के मौके पर सरकार की उपलब्धियों का बखान भी किया।उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने अगर उप्र के विकास पर थोड़ा भी ध्यान दिया होता तो आज राज्य के विकास की तस्वीर अलग होती। इस दौरान अखिलेश ने बिजली विभाग की करोड़ों रुपये की कई योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।

अखिलेश ने कहा, “सरकार आज चार वर्ष पूरे कर रही है। बिजली के साथ ही कई विभागों में काफी काम हुआ है। यदि विभाग की योजनाओं का उल्लेख करने लग जाऊं तो काफी समय लगेगा। अधिकारियों ने टीम भावना के साथ काम कर दिखाया है। अधिकारियों के साथ सिर्फ सख्ती से ही काम नहीं लिया जा सकता, बल्कि प्यार से भी लिया जा सकता है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 में अगर जनता का साथ मिला तो आने वाले समय में उप्र की तस्वीर अलग होगी। उन्होंने कहा, “सबसे बड़ी सरकार की उपलब्धि यही है कि सरकार चार वर्षो के दौरान लोकतांत्रित रही है और सबकी बात सुनी गई है।” मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उप्र में लखनऊ मेट्रो पर काफी तेजी से काम हो रहा है। अक्टूबर एवं नवंबर तक यह शुरू हो जाएगा। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को लेकर भी काफी तेजी से काम चल रहा है। एक बार जब सड़क पर आवागमन शुरू हो जाएगा, तब आसपास के गांवों की अर्थव्यवस्था बदल जाएगी। इसका लाभ सीधेतौर पर किसानों को मिलेगा।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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