Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

जिमनास्टिक : ओलम्पिक सीट पाने वाली पहली भारतीय महिला बनीं दीपा

Published

on

जिमनास्टिक, ओलम्पिक सीट पाने वाली पहली भारतीय महिला बनीं दीपा करमाकर

Loading

जिमनास्टिक, ओलम्पिक सीट पाने वाली पहली भारतीय महिला बनीं दीपा करमाकर

रियो डी जेनेरियो| भारतीय जिमनास्ट दीपा करमाकर ने सोमवार को ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करते हुए इतिहास रच दिया। वह ओलम्पिक में हिस्सा लेने की योग्यता हासिल करने वाली देश की पहली महिला जिमनास्ट बन गई हैं। यही नहीं, बीते 52 साल में दीपा के रूप में भारत को ओलम्पिक में पहला प्रतिनिधित्व मिला है। त्रिपुरा निवासी दीपा ने यहां जारी अंतिम चरण के क्वालीफाईंग व टेस्ट इवेंट में शानदार प्रदर्शन कर इतिहास कायम किया। एशियाई कांस्य पदक विजेता दीपा ने आर्टिस्टिक जिमनास्टिक में ओलम्पिक का टिकट हासिल किया है। विश्व जिमनास्टिक महासंघ-एफआईजी की वेबसाइट के मुताबिक दीपा ने टेस्ट इवेंट में कुल 52.698 अंक हासिल किए। 22 साल की दीपा ने रविवार को अनइवन बार्स में खराब प्रदर्शन किया था लेकिन बीम तथा फ्लोर एक्सरसाइज में उनका प्रदर्शन इस काबिल रहा कि वह ओलम्पिक टिकट हासिल कर सकीं।

टेस्ट इवेंट के लिए भारत की ओर से दीपा को रिजर्व लिस्ट में रखा गया था। बीते महीने ही दीपा को बताया गया कि वह भारत की मुख्य टीम में शामिल कर ली गई हैं। अगरतला निवासी दीपा व्यक्तिगत क्वालीफायर्स में आर्टिस्टिक जिमनास्टिक के लिए ओलम्पिक सीट पाने वाली 79वीं एथलीट हैं। ओलम्पिक का आयोजन पांच से 21 अगस्त तक रियो में होना है। दीपा के पिता दुलाल करमाकर इंफाल स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केंद्र में भारोत्तोलन कोच हैं। दीपा ने वॉल्ट में भी मौका हासिल किया। इस इवेंट में दीपा ने 2015 के एशिययन चैम्पियनशिप में कांस्य जीता था। साथ ही 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में भी दीपा ने इस इवेंट में कांस्य जीता था। दीपा न सिर्फ ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय हैं बल्कि वह 52 साल के बाद ओलम्पिक का टिकट हासिल करने वाली पहली भारतीय जिमनास्ट हैं।

भारत को अंतिम बार 1964 के टोक्यो ओलम्पिक में जिमनास्टिक में प्रतिनिधित्व मिला था। उस समय कोई क्वालीफिकेशन नियम नहीं थे। इस साल आर्टिस्टिक जिमनास्टिक व्यक्तिगत स्पर्धा में छह भारतीयों ने हिस्सा लिया था। अब तक भारत के लिए कुल 11 पुरुष जिमनास्ट ओलम्पिक में हिस्सा ले चुके हैं। 1952 में दो. 1956 में तीन और 1964 में छह भारतीय शरीक हुए थे। इस सफलता के बाद खेल मंत्रालय ने दीपा को अपने टारगेट ओलम्पिक स्कीम (टॉप्स) में शामिल किया है। इसके तहत दीपा को प्रशिक्षण के लिए 30 लाख रुपये मिलेंगे। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने इसकी घोषणा की। साई ने अपने ट्वीट में लिखा, “दीपा करमाकर को बधाई। ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने के साथ ही दीपा को टॉप्स में शामिल किया जाता है और अब उन्हें प्रशिक्षण के लिए 30 लाख रुपये दिए जाएंगे।”

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

Published

on

Loading

नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

Continue Reading

Trending