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डीएमडीके की मान्यता खत्म होने की संभावना

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डीएमडीके, मान्यता खत्म होने की संभावना, विजयकांत, विपक्ष के नेता

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डीएमडीके, मान्यता खत्म होने की संभावना, विजयकांत, विपक्ष के नेता

dmdk vijayakanth

चेन्नई| तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में छह फीसदी से भी कम मत पाने के कारण ए. विजयकांत की पार्टी देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कड़गम (डीएमडीके) की ‘राज्य पार्टी’ की मान्यता खत्म हो सकती है। पिछले विधानसभा में डीएमडीके प्रमुख विपक्षी पार्टी थी और विजयकांत विपक्ष के नेता थे। प्रदेश में 16 मई को हुए विधानसभा चुनाव में डीएडीके के सभी उम्मीदवारों को पराजय का मुंह देखना पड़ा। अभिनेता से नेता बने विजयकांत खुद ऑल इंडिया अन्नाद्रमुक मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के बाद तीसरे स्थान पर रहे। डीएमडीके को पूरे राज्य में मात्र 2.4 फीसदी मत मिले। राज्य पार्टी के रूप में निर्वाचन आयोग की मान्यता प्राप्त करने के लिए किसी पार्टी को कुल मतदान का छह फीसदी मत पाना जरूरी होता है।

साल 2011 में डीएमडीके का एआईएडीएमके के साथ गठबंधन था और इसने कुल 29 सीटें जीती थीं। चुनाव परिणाम के बाद दोनों दलों के बीच दूरी बढ़ी। डीएमडीके के दो विधायकों ने पार्टी छोड़ दी और फिर विधायकों के एक समूह ने अपनी सीटों से इस्तीफा दिए बिना एआईएडीएमके का समर्थन कर दिया। विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने तक डीएमडीके के आठ विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद 234 सदस्यीय विधानसभा में इसके विधायकों की संख्या घटकर 20 रह गई। पूर्व सांसद के.धनार्जुन ने आईएएनएस से कहा, “हम हार के कारणों की समीक्षा करेंगे। इस बात से हर कोई अवगत है कि हमारी हार में पैसों की बड़ी भूमिका रही है।”

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