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उत्तराखंड

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की दूसरी लिस्ट से भी देहरादून गायब

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स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की दूसरी लिस्ट, देहरादून गायब, केंद्र सरकार, 23 शहरों के भविष्य का फैसला, केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू, फास्ट ट्रैक स्मार्ट सिटी

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स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की दूसरी लिस्ट, देहरादून गायब, केंद्र सरकार, 23 शहरों के भविष्य का फैसला, केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू, फास्ट ट्रैक स्मार्ट सिटी

dehradun uttarakhand

देहरादून। केंद्र सरकार ने फास्ट ट्रैक स्मार्ट स्मार्ट सिटी की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। स्मार्ट सिटी परियोजना के लिए सेकेंड फेज में चुने गए शहरों में राजधानी देहरादून का नाम शामिल न होने से दूनवासियों को एक फिर निराशा हाथ लगी है। हालांकि मंगलवार को इस बाबत 23 शहरों के भविष्य का फैसला होना था, लेकिन फिलहाल 13 शहरों के नाम ही बताए गए हैं। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने मंगलवार को फास्ट ट्रैक स्मार्ट सिटी की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। दूसरी लिस्ट में 13 शहरों को चुना गया है। लेकिन उत्तराखंड के हाथ एक बार फिर निराशा हाथ लगी है। दूसरी लिस्ट में भी देहरादून को शामिल नहीं किया गया है।

केंद्र ने जो दूसरी सूची जारी की है उसमें लखनऊ, वारंगल, धर्मशाला, चंडीगढ़, रायपुर, कोलकाता, भागलपुर, पणजी, पोर्ट ब्लेयर, इम्फाल, रांची, अगरतला और फरीदाबाद रखा गया है। इनका विकास स्मार्ट सिटी के तौर पर किया जाएगा। गौरतलब है कि पहले टॉप 100 शहरों की लिस्ट में भी देहरादून अपनी जगह बनाने में नाकामयाब रहा था। इसके बाद फास्ट ट्रैक स्मार्ट सिटी कम्पटीशन के जरिए 13 शहरों का चयन किया गया है। इनमें भी देहरादून के हाथ असफलता ही आई है।

ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी के तौर पर डेवलप करने की योजना बनाई है। इन शहरों को आधुनिक सुख-सुविधाओं से लैस किया जाएगा, जहां विश्वस्तरीय व्यवस्था होगी। पहली लिस्ट में देहरादून के शामिल न होने पर कांग्रेस-भाजपा के बीच आरोप, प्रत्यारोप का दौर लंबा चला था। अब एक बार फिर उत्तराखंड में स्मार्ट सिटी को लेकर राजनीति सामने आ सकती है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए देहरादून में जोन चार को चुना गया है। इसमें 3788 एकड़ टी स्टेट का 350 एकड़, चकराता रोड, सहारनुपर रोड और शिमला बाईपास रोड के बीच का क्षेत्र जिसमें घंटाघर, पलटन बाजार, खुड़बुड़ा, झंडा साहिब, लक्ष्मण रोड, इंदिरापुरम, जीएमएस रोड, मोहित नगर, बसंत विहार, राजेंद्र नगर, विजय पार्क, र्साइं लोक , माजरा आदि क्षेत्र शामिल हैं।

 

उत्तराखंड

केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जनता का किया धन्यवाद

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देहरादून: केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत से साबित हो गया है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर जनता का विश्वास बढ़ता जा रहा है। ब्रांड मोदी के साथ साथ ब्रांड धामी तेजी से लोगों के दिलों में जगह बना रहे हैं। इस उपचुनाव में विरोधियों ने मुख्यमंत्री धामी के खिलाफ कुप्रचार करके निगेटिव नेरेटिव क्रिएट किया और पूरे चुनाव को धाम बनाम धामी बना दिया। कांग्रेस के शीर्ष नेता और तमाम विरोधी एकजुट होकर मुख्यमंत्री पर हमलावर रहे। बावजूद इसके धामी सरकार की उपलब्धियों और चुनावी कौशल से विपक्ष के मंसूबे कामयाब नहीं हो पाए। धामी के कामकाज पर जनता ने दिल खोलकर मुहर लगाई।

आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल नाम भर नहीं है, बल्कि एक ब्रांड हैं। मोदी के हर क्रियाकलाप का प्रभाव जनता के बड़े हिस्से को प्रभावित करता है इसलिए पिछले दो दशकों से वह देश के सबसे भरोसेमंद ब्रांड बने हुए हैं। ब्रांड मोदी की बदौलत केन्द्र ही नहीं राज्यों में भी भाजपा चुनाव जीतती चली आ रही है। उनके साथ ही राज्यों में भी भजपा के कुछ नेता हैं जो एक ब्रांड के रूप में अपनी पार्टी के लिए फयादेमंद साबित हो रहे हैं। तेजी से उभर रहे ऐसे नेताओं में से एक हैं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी। सादगी, सरल स्वभाव, संवेदनशीलता और सख्त निर्णय लेने की क्षमता, ये वो तमाम गुण हैं जिनकी बदौलत पुष्कर सिंह धामी लोकप्रिय बनते जा रहे हैं। धामी ने उत्तराखण्ड में अपने कम समय के कार्यकाल में कई बड़े और कड़े फैसले लिए, जिससे देशभर में उनकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ। खासकर यूसीसी, नकलरोधी कानून, लैंड जिहाद, दंगारोधी कानून, महिला आरक्षण आदि निर्णयों से वह देश में नजीर पेश की चुके हैं। उनकी लोकप्रियता का दायरा उत्तराखण्ड तक ही सीमित नहीं है वह पूरे देश में उनकी छवि एक ‘डायनेमिक लीडर’ की बन चुकी है।

 

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