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प्रादेशिक

अमोनिया रिसाव पर माक ड्रिल के जरिये किया नियंत्रण

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इफको के आँवला प्लांट, अनिल कुमार माहेश्वरी, अमोनिया रिसाव पर माक ड्रिल

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इफको के आँवला प्लांट, अनिल कुमार माहेश्वरी, अमोनिया रिसाव पर माक ड्रिल

iffco aonla barreliey

विपरीत स्थितियों में नियंत्रित पर दक्षता प्रदान करती है माक ड्रिलः माहेश्वरी

इफको आँवला (बरेली)। इफको के आँवला प्लांट में अमोनिया रिसाव की सूचना मिलते ही अधिकारी हरकत में आ गये। आँवला प्लांट के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार माहेश्वरी ने साइरन के जरिये लोगों को अर्लट करने के निर्देश जारी किये। फायर एण्ड सेफ्टी विभाग के एन पी राव ने अपनी टीम के साथ मौके पर मोर्चा संभाला।

साइरन बजते ही सिक्योरिटी, दमकल की गाडियां, अम्बुलेंस, चिकित्सकीय सेवाएं अलर्ट हो गई। माक ड्रिल के तहत विपरीत स्थितियों में नियंत्रित पर दक्षता प्रदान करने के लिए एक रिहर्सल का हिस्सा था।

प्लांट में अनुरक्षण टीम ने पाया कि अमोनिया स्टोरेज टैंक में गैसकिट के फेल हो जाने के कारण अमोनिया गैस का रिसाव हो रहा है। कारखाना प्रंबधक आर के श्रीवास्तव ने स्थिति पर नियंत्रित रखते हुए स्थानीय प्रशासन को अवगत कराया  और आस-पास के प्रधानों को सूचना पहुंचाई कि हवा के बहाव को देखते हुए अमोनिया रिसाव से बचाव के लिए जरुरी उपाय अपनायें गौरतलब है कि ग्राम प्रधानों को पूर्व में हुई माक ड्रिल में प्रशिक्षित भी किया गया है।

गैस का रिसाव गांव की तरफ न बढे और गैस पर नियंत्रण रखने के लिए इंजीनियरों का एक विशेष दल लगातार जुटा रहा। संयत्र में कार्य कर रहे कर्मचारी जो अमोनिया गैस से प्रभावित हुए, उन्हें मौके पर पहुंची एंबुलेंस से इफको के अस्पताल लाया गया। नियंत्रण कक्ष से लगातार मिल रहे निर्देश के पालन में अनुरक्षण दल ने गैस रिसाव पर समय रहते नियंत्रण प्राप्त कर लिया। फायर सेफ्टी विभाग के नियंत्रण कक्ष में माक ड्रिल के कई महत्वपूर्ण बिंदुओ पर विस्तार से चर्चा की गई।

निदेशक माहेश्वरी ने बताया कि सुरक्षा और संरक्षा की दृष्टि से इफको सयंत्र में आपातकालीन रिहर्सल यानि माक ड्रिल बेहद जरुरी हैं। खासतौर पर गैस रिसाव की स्थिति में हमें हवा के बहाव के प्रतिकूल नब्बे डिग्री की स्थिति में झुककर  निकलना होता है। नाक और मुंह में गीले कपड़े का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सकता है।

इस अवसर पर वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार माहेश्वरी, वरिष्ठ महाप्रबधक जीके गौतम, महाप्रबधक कार्मिक एंव प्रशासन आरके श्रीवास्तव, फायर एण्ड सेफ्टी विभाग के एनपी राव,  आई सी झा, अतुल गर्ग,के सी सती,और हरीश रावत, संजीव सक्सेना, सिक्योरिटी अधिकारी कर्नल आर एस मारवाहा, एके शुक्ला, एके पाण्डेय, संजीव सक्सेना, आर डी यादव सहित इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन,भारत पट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के अलावा गेल इंडिया लिमिटेड से आये आमंत्रित अतिथि माक ड्रिल में उपस्थित हुए।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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