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आध्यात्म

संसार पाते ही लोभ का अधिकार हो जाता है

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शक्ति होने की बात ही मिथ्‍या है।

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kripalu ji maharaj

अर्थात् कल का उधार न करो। कल का दिन न मिले तो मानवदेह छिन जायगा। संसार का सुख क्‍या है? एवं संसार की प्राप्ति पर क्‍या अनुभव में आता है? इन सब बातों पर गंभीर विचार करना चाहिये। संसार पाते ही लोभ का अधिकार हो जाता है। एवं न प्राप्‍त होने पर या छिन जाने पर क्रोध पैदा होता है ऐसे दो तरफा  पतन से भी वैराग्‍य नहीं होता। यह महान आश्‍ चर्य है। अतः भगवान् को ही सत्‍य मानकर उनमें ही मन का लगाव करना चाहिये। शास्‍त्रों में तो संसार के अभाव को ही भगवत्‍कृपा माना गया है। यथा-

तं भ्रंशयामि संपद् भ्‍यो यस्‍य चेच्‍छाम्‍यनुग्रहम् ।

(भाग. 10-27-16)

अर्थात् मैं जिस पर कृपा करता हूँ उसका मायिक संसार छीन लेता हूँ किंतु हम लोग तो उलटा समझते हैं।

तीन रूप श्रीकृष्‍ण को, वेदव्‍यास बताय।

ब्रह्म और परमात्‍मा, अरु भगवान कहाय।।21।।

भावार्थ- वेदव्‍यास ने परात्‍पर ब्रह्म श्रीकृष्‍ण के 3 रूप बताये हैं। जिन्‍हें ब्रह्म और परमात्‍मा एवं भगवान् कहा जाता है।

व्‍याख्‍या- वेदव्‍यास ने भागवत में कहा है। यथा-

वदन्ति तत्‍तत्‍वविदस्‍तत्‍वं यज्‍ज्ञानमद्वयम् ।

ब्रह्मेति परमात्‍मेति भगवानिति शब्‍द्यते।।

(भाग. 1-2-11)

अर्थात् अद्वयज्ञान तत्‍त्‍व ही भगवान् रीकृष्‍ण हैं। तत्‍तव का तात्‍पर्य है स्‍वरूप। वह तत्‍त्‍व अद्वय ज्ञान है।

‘ज्ञानं चिदेक रूपम् ‘   (तत्‍त्‍व संदर्भ)

अर्थात् चिद्वस्‍तु ही ज्ञान है। ज्ञान शब्‍द से चित् (चेतन) एवं चित् शब्‍द से सच्चिदानन्‍द का बोध होता है। इसी से वेद ने

’सत्‍यं विज्ञानमानन्‍दं ब्रह्म’ ,    (बृहदा. 3-9-28)

कहा है। अतः श्रीकृष्‍ण का स्‍वरूप सच्चिदानन्‍द ब्रह्म है।

कृष्‍ण शब्‍द का अर्थ भी यही है। यथा-

कृषि शब्‍दो हि सत्‍तार्थोणश्‍चानन्‍द रूपकः।

सत्‍ता स्‍वानन्‍दयोर्योगाच्चित् परं ब्रह्मचोच्‍यते।।

(वृ. गौ. तंत्र)

 

आध्यात्म

महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन, सीएम योगी ने दी बधाई

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लखनऊ ।लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन है. आज के दिन डूबते सूर्य को सायंकालीन अर्घ्य दिया जाएगा और इसकी तैयारियां जोरों पर हैं. आज नदी किनारे बने हुए छठ घाट पर शाम के समय व्रती महिलाएं पूरी निष्ठा भाव से भगवान भास्कर की उपासना करती हैं. व्रती पानी में खड़े होकर ठेकुआ, गन्ना समेत अन्य प्रसाद सामग्री से सूर्यदेव को अर्घ्य देती हैं और अपने परिवार, संतान की सुख समृद्धि की प्रार्थना करती हैं।

यूपी के मुख्यमंत्री ने भी दी बधाई।

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