Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

मेरे लिए हर तरह की भूमिका चुनौतीपूर्ण : अजय देवगन

Published

on

Loading

अजय देवगन,गोलमाल

नई दिल्ली। ‘प्यार तो होना ही था’, ‘गोलमाल : फन अनलिमिटेड’, ‘राजनीति’ और ‘ओमकारा’ जैसी विविध शैली की फिल्मों में अभिनय कर चुके अभिनेता अजय देवगन का कहना है कि उनके लिए हर तरह का किरदार चुनौतीपूर्ण होता है। अजय ने मंगलवार को ‘सीआईआई बिग पिक्चर समिट’ के पांचवें संस्करण के दौरान कहा, “मुझे लगता है एक अभिनेता होने के नाते हर तरह की भूमिका मेरे लिए चुनौतीपूर्ण है। आप जब सुबह उठकर सेट पर जाते हैं, तब आपको पता नहीं होता कि आज क्या करना है, जैसे किस प्रकार की भूमिका करनी है।”

47 वर्षीय अभिनेता बॉलीवुड अभिनेत्री काजोल के पति हैं। उन्होंने कहा, “एक अभिनेता का शैली से कुछ लेना-देना नहीं होता। वह जब कैमरे के सामने होता है तो फिर वह अपने किरदार में ढल जाता है।”

अजय ने दो दशक पहले फिल्म ‘फूल और कांटे’ से बॉलीवुड में अपने अभिनय पारी की शुरुआत की थी। उनका कहना है कि वह बॉलीवुड में अच्छा बदलाव देख रहे हैं।

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता ने ‘इश्क’, ‘हम दिल दे चुके सनम’ और ‘दृश्यम’ जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया है। अभिनेता का कहना है कि फिल्म इंडस्ट्री काफी पेशेवर हो गई है।

जब उनसे पूछा गया कि इन दो दशकों में आप इंडस्ट्री में क्या बदलाव देखते हैं? तो उन्होंने कहा, “बहुत कुछ बदल गया है। नब्बे के दशक में हम 11 से अधिक फिल्मों की शूटिंग नहीं कर सकते थे। उस समय कोई प्रमोशन नहीं होता था, वैनिटी वैन नहीं थे। अब सबकुछ बदल गया है। इंडस्ट्री पहले से अधिक पेशेवर हो गई है।”

हालांकि उन्होंने यह भी माना कि फिल्मोद्योग में अब लोगों के बीच पहले की तरह लगाव नहीं रह गया है और यही एक चीज है, जो ‘अच्छे बदलावों’ में नहीं आता।

‘गंगाजल’ के अभिनेता ने कहा, “इंडस्ट्री में पहले आपसी लगाव ज्यादा था। हर कोई एक-दूसरे को पसंद करता था। कोई समस्या या ऐसे मुद्दे नहीं होते थे.. आपसी संबंधों में उस गर्मजोशी की कमी महसूस करता हूं।”

वह अपनी आगामी फिल्म ‘शिवाय’ के प्रमोशन के लिए यहां पहुंचे थे।

अजय फिल्म ‘शिवाय’ के निर्देशक और सह-निर्माता भी हैं। यह फिल्म दिवाली से दो दिन पहले 28 अक्टूबर को रिलीज हो रही है। इसी दिन करण जौहर की फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ भी रिलीज होने वाली है।

इस फिल्म में सायेशा सैगल, इरिका कार, वीर दास और गिरीश कर्नाड मुख्य भूमिकाओं में हैं।

मुख्य समाचार

‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

Continue Reading

Trending