Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

काले धन पर लगाम, ट्रंप की जीत से बाजार सहमे

Published

on

Loading

काले धन पर लगाम, ट्रंप की जीत से बाजार सहमे

मुंबई | सरकार द्वारा काले धन पर लगाम लगाने के लिए उठाए गए कदमों और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की अप्रत्याशित जीत के मद्देनजर शुक्रवार को समाप्त कारोबारी सप्ताह में बाजार गिरावट के साथ बंद हुए।

इस दौरान सेंसेक्स 27,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया। इस सप्ताह पांच में से तीन कारोबारी दिवस मुख्य सूचकांकों में गिरावट रही। इस सप्ताह सेंसेक्स 455.33 अंकों यानी 1.67 फीसदी की गिरावट के साथ 26,818.82 और निफ्टी 137.45 अंकों यानी 1.63 फीसदी की गिरावट के साथ 8.296.30 पर बंद हुआ।

बीएसई मिडकैप सूचकांक 375.51 अंकों यानी 2.92 फीसदी गिरावट के साथ 12,464.02 पर रहा। बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 392.41 अंकों यानी 3.05 फीसदी गिरावट के साथ 12,48507 पर रहा। इन दोनों सूचकांकों में गिरावट सेंसेक्स में हुई गिरावट से कम थी।

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन को करारी शिकस्त दी। वह नौ नवंबर को देश के 45वें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। ट्रंप को 276 वोट मिले जबकि हिलेरी 218 वोट हासिल कर सकीं। इस सप्ताह की शुरुआत में सोमवार एक नवंबर को बाजार में बढ़त दर्ज की गई थी।

संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) द्वारा हिलेरी क्लिंटन के ईमेल खातों की जांच को क्लीन चिट दिए जाने के बाद वैश्विक बाजार को बल मिला था। इस दौरान सेंसेक्स 184.84 अंकों यानी 0.68 फीसदी की बढ़त के साथ 27.458.99 पर रहा जो इसका दो नवंबर 2016 से अब तक का सबसे उच्चतम स्तर रहा।

बाजार के प्रमुख सूचकांक मंगलवार आठ जून को भी बढ़त बनाने में कामयाब रहे। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले अस्थिरता का माहौल था। सेंसेक्स 132.15 अंकों यानी 0.48 फीसदी की बढ़त के साथ 27,591.14 पर रहा जो एक नवंबर 2016 के बाद से अब तक का सबसे उच्चतम बंद स्तर रहा।

बुधवार नौ नवंबर को प्रमुख सूचकांकों में एकदिनी तेज गिरावट दर्ज की गई, काले धन पर लगाम लगाने के सरकार के प्रयासों और अमेरिकी चुनाव के नतीजों के बीच तेजी से लुढ़के। हालांकि, सेंसेक्स 27,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर बंद हुआ। चुनाव में ट्रंप की जीत के बाद करों में कटौती और बुनियादी ढांचे और रक्षा खर्च पर कटौती की निवेशकों की उम्मीदों से घरेलू बाजार को भी बल मिला और गुरुवार 10 नवंबर को बाजार में बढ़त दर्ज की गई।

इस दौरान सेंसेक्स 265.16 अंकों यानी 0.97 फीसदी की बढ़त के साथ 27,517.68 पर बंद हुआ। हालांकि, शुक्रवार 11 नवंबर को बाजार के प्रमुख सूचकांकों में तेज गिरावट रही। सेंसेक्स 27,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे लुढ़क गया।

इस दौरान सेंसेक्स 698.86 अंकों यानी 2.54 फीसदी की गिरावट के साथ 26,818.82 पर बंद हुआ जो 29 जून 2016 के बाद इसका अब तक का सबसे निचला स्तर है। शुक्रवार को समाप्त हुए कारोबारी सत्र में सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 17 में गिरावट रही।

इस सप्ताह जिन शेयरों में मजबूती दर्ज की गई उनमें डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज (5.96 फीसदी), टाटा स्टील (5.9 फीसदी), पावर ग्रिड (5.59 फीसदी) प्रमुख हैं। वहीं, जिन शेयरों में गिरावट दर्ज की गई उनमें मारुति सुजुकी (10.12 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (9.17 फीसदी), एचडीएफसी (8.25 फीसदी) प्रमुख रहे।

ऑटोमोबाइल

मारुति सुजुकी ने लॉन्च की नई 4th-जनरेशन मारुति सुजुकी डिजायर, शुरुआती कीमत ₹6.79 लाख

Published

on

Loading

नई दिल्ली। मारुति सुजुकी ने भारत में अपनी नई 4th-जनरेशन मारुति सुजुकी डिजायर को सोमवार (11 नवंबर) को लॉन्च किया। कंपनी ने इसकी शुरुआती कीमत ₹6.79 लाख (एक्स-शोरूम, दिल्ली) रखी है। इस मॉडल को 5-स्टार GNCAP क्रैश टेस्ट रेटिंग मिली है और यह सेगमेंट में सर्वश्रेष्ठ माइलेज का दावा करती है। डिजायर, भारत की सबसे लोकप्रिय सब-4 मीटर कॉम्पैक्ट सेडान रही है, जिसकी अब तक 27 लाख से अधिक यूनिट्स बिक चुकी हैं।

माइलेज मिलेगा शानदार

मारुति सुजुकी ने नई स्टैंडर्ड डिजायर के लिए 24.79 किमी प्रति लीटर, ऑटोमैटिक डिजायर के लिए 25.71 किमी प्रति लीटर और सीएनजी वैरिएंट के लिए 33.73 किमी प्रति किलो की माइलेज का दावा किया है।

सेफ्टी का है खास इंतजाम

ग्लोबल एनसीएपी के क्रैश टेस्ट में मारुति सुजुकी की नई डिजायर को एडल्ट पैसेंजर की सुरक्षा के लिए 5 स्टार रेटिंग और चाइल्ड पैसेंजर की सुरक्षा के लिए 4 स्टार मिले हैं। एमएसआई के पास वर्तमान में कुल घरेलू यात्री वाहन खंड में 40 प्रतिशत से अधिक बाजार हिस्सेदारी (थोक) है। खुदरा बिक्री के मामले में कंपनी ने अक्टूबर में 2.02 लाख इकाइयों के साथ अपना अब तक का सर्वोच्च प्रदर्शन दर्ज किया। सेडान खंड में इसकी बाजार हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से अधिक है।

Continue Reading

Trending