Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

नकदी समस्या पर केजरीवाल ने मोदी पर फिर साधा निशाना

Published

on

केजरीवाल, नोटबंदी, मोदी, प्रधानमंत्री

Loading

 

केजरीवाल, नोटबंदी, मोदी, प्रधानमंत्री

kejriwal vs modi

नई दिल्ली | दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नोटबंदी के बाद आम आदमी के समक्ष खड़ी नकदी की समस्या के लिए सोमवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी को इसकी वजह से भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

केजरीवाल ने मोदी के उन दावों पर सवाल उठाए जिसमें मोदी ने कहा था कि गरीब चैन की नींद सो रहे हैं और धनी वर्ग को नींद की गोलियां खानी पड़ रही हैं। केजरीवाल ने कहा कि सच्चाई इसके ठीक उलट है।

केजरीवाल ने कहा, “बैंकों के बाहर कतारों में खड़े लोग गरीब ही हैं और चैन की नींद तो मोदी के मित्र ले रहे हैं।”

केजरीवाल ने आठ नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के नोटों को अमान्य घोषित करने की तैयारी को खराब बताया और सरकार से अड़ियल रवैया छोड़ते हुए नोटबंदी के फैसले को वापस लेने के लिए कहा।

केजरीवाल ने कहा, “यह तो समझ में ही नहीं आ रहा कि 1,000 रुपये के नोट बदलकर 2,000 रुपये के नोट लाने से भ्रष्टाचार और काले धन पर लगाम कैसे लगेगा।”

केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा का आपात सत्र बुलाने की घोषणा की और मोदी सरकार के इस फैसले का विरोध करने के लिए वह मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी मुलाकात करेंगे।

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बैंकों और एटीएम बूथों के बाहर लंबी कतारों में खड़े आम आदमी की मदद के लिए असैन्य सुरक्षा बलों को तैनात किया जाएगा, जो लोगों को बैंक फॉर्म भरने में मदद करेंगे और उन्हें पीने का पानी मुहैया कराएंगे।

देश के सुदूरवर्ती इलाकों के लिए भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर में नए नोट भेजे जाने की घोषणा पर केजरीवाल ने कहा कि यह दिखाता है कि अब सरकार खुद भयातुर है और घोषणा करने से पहले कोई तैयारी नहीं की गई थी।

उन्होंने कहा कि पूरा देश जहां नकदी की समस्या से जूझ रहा है, वहीं दलाल मजे लूट रहे हैं और ईमानदार आम जनता बैंकों और एटीएम बूथों के बाहर कतार लगाए खड़ी है।

आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक ने कहा, “प्रधानमंत्री ने स्थिति के सामान्य होने के लिए 50 दिनों की मोहलत मांगी है। कारोबारियों की ओर से मैं प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि अगले 50 दिनों तक उनका काम कैसे चलेगा?”

 

उत्तर प्रदेश

संभल में कैसे भड़की हिंसा, किस आधार पर हो रहा दावा, पढ़े पूरी रिपोर्ट

Published

on

Loading

संभल। संभल में एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन मंदिर होने और भविष्य में कल्कि अवतार के यहां होने के दावे ने हाल ही में काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इस दावे के पीछे कई धार्मिक और ऐतिहासिक तथ्य बताए जा रहे है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और उनके मंदिर को लेकर कई दावे पहले से ही किए जा रहे हैं. इसे लेकर धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों के आधार पर गहरी चर्चा हो भी रही है. हिंदू धर्म में कल्कि अवतार को भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार माना गया है. ऐसा माना जाता है कि कलियुग के अंत में जब अधर्म और अन्याय अपने चरम पर होगा तब भगवान कल्कि अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना करेंगे.

कैसे भड़की हिंसा?

24 नवंबर को मस्जिद में हो रहे सर्वे का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर थी. सर्वे पूरा होने के बाद जब सर्वे टीम बाहर निकली तो तनाव बढ़ गया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके कारण स्थिति बिगड़ गई और हिंसा भड़क उठी.

दावा क्या है?

हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में स्थित एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन काल में एक मंदिर था. इस मंदिर को बाबर ने तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. उनका यह भी दावा है कि भविष्य में कल्कि अवतार इसी स्थान पर होंगे.

किस आधार पर हो रहा है दावा?

दावेदारों का कहना है कि उनके पास प्राचीन नक्शे हैं जिनमें इस स्थान पर मंदिर होने का उल्लेख है. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस स्थान पर प्राचीन काल से ही पूजा-अर्चना होती थी. कुछ धार्मिक ग्रंथों में इस स्थान के बारे में उल्लेख मिलता है. हिंदू धर्म के अनुसार कल्कि अवतार भविष्य में आएंगे और धर्म की स्थापना करेंगे. दावेदारों का मानना है कि यह स्थान कल्कि अवतार के लिए चुना गया है.

किस आधार पर हो रहा है विरोध?

अभी तक इस दावे के समर्थन में कोई ठोस पुरातात्विक साक्ष्य नहीं मिला है. जो भी ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स उपल्बध हैं वो इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस स्थान पर एक मस्जिद थी. धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या कई तरह से की जा सकती है और इनका उपयोग किसी भी दावे को सिद्ध करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

संभल का धार्मिक महत्व

शास्त्रों और पुराणों में यह उल्लेख है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश के संभल नामक स्थान पर होगा. इस आधार पर संभल को कल्कि अवतार का स्थान माना गया है. श्रीमद्भागवत पुराण और अन्य धर्मग्रंथों में कल्कि अवतार का वर्णन विस्तार से मिलता है जिसमें कहा गया है कि कल्कि अवतार संभल ग्राम में विष्णुयश नामक ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे.

इसी मान्यता के कारण संभल को कल्कि अवतार से जोड़ा जाता है. संभल में बने कल्कि मंदिर को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यही वह स्थान है जहां भविष्य में भगवान कल्कि का प्रकट होना होगा. मंदिर के पुजारी और भक्तों का कहना है कि यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र है और यहां कल्कि भगवान की उपासना करने से व्यक्ति अधर्म से मुक्ति पा सकता है.

धार्मिक विश्लेषण

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कल्कि अवतार का समय तब होगा जब अधर्म, पाप और अन्याय चरम पर पहुंच जाएंगे. वर्तमान में दुनिया में मौजूद सामाजिक और नैतिक स्थितियों को देखकर कुछ लोग यह मानते हैं कि कल्कि अवतार का समय निकट है. संभल में कल्कि मंदिर को लेकर जो भी दावे किए जा रहे हैं वो सभी पूरी तरह से आस्था पर आधारित हैं. धार्मिक ग्रंथों में वर्णित समय और वर्तमान समय के बीच अभी काफी अंतर हो सकता है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और मंदिर का दावा धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों पर आधारित है. हालांकि, यह दावा प्रमाणिकता के बजाय विश्वास पर आधारित है. यह भक्तों की आस्था है जो इस स्थान को विशेष बनाती है.

Continue Reading

Trending