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खेल-कूद

मोहाली टेस्ट : पसंदीदा मैदान पर एक और जीत चाहेंगे मेजबान

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क्रिकेट, टेस्ट मैच, रविचन्द्रन अश्विन, विराट कोहली, उमेश यादव, हार्दिक पांड्या, पार्थिव पटेल

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क्रिकेट, टेस्ट मैच, रविचन्द्रन अश्विन, विराट कोहली, उमेश यादव, हार्दिक पांड्या, पार्थिव पटेल

                                                                               मोहाली टेस्ट 

मोहाली (पंजाब) | इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में जीत दर्ज करने के बाद भारतीय टीम पूरे जोश और आत्मविश्वास से भरपूर है। शनिवार से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में वह एक बार फिर अपने पुराने फॉर्म को जारी रख मेहमानों को पस्त कर श्रृंखला पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहेगी। तीसरा टेस्ट यहां पंजाब क्रिकेट संघ (पीसीए) स्टेडियम में खेला जाना है जोकि भारत के पंसदीदा मैदानों में से एक है।

दूसरे टेस्ट मैच में स्पिन के फेर में फंसने के बाद इंग्लैंड की कोशिश तीसरे टेस्ट मैच में जीत कर श्रृंखला में वापसी करने की होगी। लेकिन उसके लिए यह रहा आसान नहीं है।

पीसीए का इतिहास भारत के पक्ष में है और इंग्लैंड के खिलाफ। भारत ने यहां कुल 12 टेस्ट मैच खेले हैं और अपराजित रहा है। भारत के यहां छह मैच ड्रॉ रहे हैं और पांच में उसे जीत मिली है। इंग्लैंड के खिलाफ भारत ने यहां तीन टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें दो में वह विजेता रहा है और एक मैच ड्रॉ रहा है। इस मैदान पहला टेस्ट 1994 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया था जिसमें भारत को हार मिली थी।

इतिहास पर अगर मेहमान टीम गौर करेगी तो उसे परेशानी हो सकती है। लेकिन उसके इस श्रृंखला में अभी तक के प्रदर्शन को देखते हुए लगता है कि वह मेजबानों को अच्छी टक्कर देगी।

बेशक भारतीय स्पिनरों और बल्लेबाजों ने अभी तक इंग्लैंड को परेशानी में डाला है लेकिन इंग्लैंड के स्पिनरों और बल्लेबाज भी अभी तक पीछे नहीं रहे हैं। पहले टेस्ट मैच में उन्होंने साबित कर दिया था कि वह भारत को कड़ी चनौती पेश करने वाले हैं और उन्होंने ऐसा किया भी है।

मोहाली के पिच भी उनके लिए थोड़ी राहत की सांस लेकर आएगी क्योंकि इसका मिजाज तेज गेंदबाजों के पक्ष में है।

वहीं मेजबान टीम आत्मविश्वास से भरपूर है। अगर पिच स्पिन की मददगार नहीं रही तो उसके पास मोहम्मद समी, उमेश यादव जैसे गेंदबाज भी हैं जिन्होंने अभी तक इस श्रृंखला में शानदार गेंदबाजी की है।

हालांकि मेजबानों के लिए सबसे बड़े हथियार रविचन्द्रन अश्विन ही रहेंगे और मेहमानों के लिए सबसे बड़े सिरदर्द भी। विशाखापट्नम से टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले जयंत यादव के टीम में बने रहने की संभावना अधिक है। जयंत के पक्ष में उनकी बल्लेबाजी भी है।

मेजबान टीम किसी तरह के बदलाव के मूड़ में नहीं होगी। उसके सभी बल्लेबाज रन बना रहे हैं। लोकेश राहुल ने दूसरे टेस्ट में वापसी की थी लेकिन बल्ले से असफल रहे थे। भारत के लिए सबसे बड़ा झटका इस मैच में रिद्धिमान साहा का बाहर जाना है।

साहा वेस्टइंडीज दौरे से ही निचले क्रम में रन बना रहे थे। चोट के कारण वह इस मैच में नहीं खेलेंगे। उनकी जगह पार्थिव पटेल आठ साल बाद टीम में वापसी करेंगे। इस मैच में विराट टेस्ट में अपने चार हजार रन पूरे सकते हैं। वह इस मुकाम से 109 रन दूर हैं।

वहीं इंग्लैंड की टीम में दो बदलाव निश्चित हैं। जोस बटलर अंतिम एकादश में बेन डकेट का स्थान लेंगे। वहीं क्रिस वोक्स चोटिल स्टुअर्ट ब्रॉड की जगह लेंगे। इंग्लैंड तीसरा बदलाव भी कर सकता है क्योंकि जफर अंसारी चोटिल हैं और उनकी स्वास्थय रिपोर्ट शनिवार सुबह ही आएगी। अगर वह फिट नहीं रहते हैं तो गारेथ बैटी उनका स्थान ले सकते हैं।

इंग्लैंड के लिए जरूरी होगा कि कप्तान एलिस्टर कुक और जोए रूट बल्ले से रन बनाए। यह दोनों ऐसे बल्लेबाज हैं जो हर आक्रमण को हताश कर सकते हैं और इंग्लैंड को भारत पर हावी होने के लिए यह करना बेहद जरूरी है।

इस मैच में मोइन अली पर भी सबकी नजरें रहेंगी। वह टेस्ट क्रिकेट में 100 विकेटों से सिर्फ पांच विकेट दूर हैं।

टीमें : (संभावित)

भारत :- विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, गौतम गंभीर, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), रविचंद्रन अश्विन, पार्थिव पटेल (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, अमित मिश्रा, मोहम्मद समी, ईशांत शर्मा, उमेश यादव, हार्दिक पांड्या, करुण नायर, जयंत यादव और लोकेश राहुल।

इंग्लैंड : एलिस्टर कुक (कप्तान), जॉनी बेयर्सस्टो, जैक बॉल, गैरी बालांस, गारेथ बैटी, जोस बटलर, स्टीवन फिन, हासिब हमीद, मोइन अली, जफर अंसारी, आदिल राशिद, जोए रूट, बेन स्टोक्स, क्रिस वोक्स और जेम्स एंडरसन।

 

खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में टूटा ऑस्ट्रेलिया का घमंड, भारत ने 295 रनों से दी मात

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पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया है। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 487/6 रन के स्कोर पर घोषित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 238 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 295 रनों से हराकर बड़ा इतिहास रच दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 161 रन और विराट कोहली ने नाबाद शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में केेल राहुल ने भी 77 रनों की अहम पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया 150 रनों पर सिमट गई थी पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का कमबैक करते हुए पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम को घुटनों पर ला दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिससे ऑस्ट्रेलिया को 534 रनो का टारगेट मिला। लेकिन चौथे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया।

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