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नेशनल

गरीबों की जिंदगी से खिलवाड़ बंद करें : मोदी

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नरेंद्र मोदी, काले धन, अर्थव्यवस्था, कॉफी टेबल, नोटबंदी

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नरेंद्र मोदी, काले धन, अर्थव्यवस्था, कॉफी टेबल, नोटबंदी

                                              नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन लोगों को चेतावनी दी जो गरीबों के जरिये अपने काले धन को सफेद करने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को दंडित किया जाएगा। मोदी ने अपने मासिक रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ के 26वें संस्करण में कहा, “कुछ लोग सोचते हैं कि वे अपने काले धन को सफेद करवा सकते हैं और वे इसके लिए तमाम तरह के अनैतिक तरीके खोज रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे इसके लिए गरीबों का इस्तेमाल कर रहे हैं।”

मोदी ने कहा, “यह उन पर है कि वे कानून का पालन करते हैं या उसे तोड़ते हैं, वे सुधरना चाहते हैं या नहीं। कानून उनसे सख्ती से निपटेगा। लेकिन गरीबों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ बंद करें।”

मोदी ने चेतावनी देते हुए कहा कि लोगों को गरीबों के जरिए अपने काले धन को सफेद करवाकर उन्हें परेशानी में नहीं डालना चाहिए।

मोदी का यह बयान उन खबरों के संदर्भ में है, जिनके मुताबिक, कई लोग गरीबों के जन धन खातों सहित अन्य बैंक खातों के जरिए अपने काले धन को सफेद करने में लगे हुए हैं।

सरकार के आठ नवंबर को लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद पहले ही सप्ताह में जन धन खातों में कुल जमा राशि बढ़कर 64,252 करोड़ रुपये हो गई।

मोदी ने विश्वास जताते हुए कहा कि सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद देश सोने की तरह चमकेगा।

उन्होंने कहा, “सोने की तरह हम आग में तपकर बाहर निकलेंगे। इस विश्वास के पीछे मुख्य कारण हमारे लोग है।”

मोदी ने कहा कि उन्होंने सचेत किया था कि इस कदम से असुविधा होगी और हमें नई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।

उन्होंने कहा, “मैंने कहा था कि स्थिति को सामान्य होने में लगभग 50 दिन लगेंगे। भ्रष्टाचार और काले धन की 70 वर्ष पुरानी समस्या से छुटकारा पाना आसान नहीं है।”

उन्होंने कहा, “कई समस्याओं के बावजूद आपके सहयोग ने मेरे दिल को छू लिया। आप दिग्भ्रमित करने के प्रयासों के बावजूद डटे रहे।”

मोदी ने काले धन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए देश के युवाओं से समाज को कैशलेस बनाने के लिए संकल्प लेने को कहा।

उन्होंने कहा कि हालांकि, 100 फीसदी कैशलेस अर्थव्यवस्था संभव नहीं है, लेकिन कोशिश करने में कोई हानि नहीं है।

उन्होंने कहा, “आज से कैशलेस समाज का हिस्सा बनने की प्रतिज्ञा लें। यही नहीं, आपको प्रतिदिन कम से कम 10 परिवारों को इस बारे में शिक्षित भी करना होगा। उन्हें एप डाउनलोड करना सिखाएं, मोबाइल फोन के जरिये पैसा खर्च करना सिखाएं और डिजिटल तरीके से भुगतान करना भी सिखाएं।”

उन्होंने कहा कि उन्हें इस अभियान की अगुवाई के लिए युवाओं के सहयोग की जरूरत है, ताकि आम लोग नकदी रहित लेनदेन सीखने के बाद झंझट मुक्त रह सकें।

मोदी ने कहा, “देश के युवा इसे बहुत जल्दी कर सकते हैं और एक माह के भीतर दुनिया एक आधुनिक भारत की तस्वीर देख सकती है। बदलाव के सिपाही बनें और इसे आगे बढ़ाएं। हम काले धन और भ्रष्टाचार से लड़ेंगे। हम जानते हैं कि आप ही बदलाव और क्रांति ला सकते हैं।”

मोदी ने छोटे करोबारियों से अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए डिजिटल दुनिया में प्रवेश करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक के सहयोग से काले धन के खिलाफ यह अभियान सफल होगा।

उन्होंने कहा कि लोगों को जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए उनके साथ खड़ा होना चाहिए।

मोदी ने कहा, “हमें अपने जवानों के साथ खड़ा होना चाहिए। जब पूरा देश हमारे जवानों के साथ खड़ा होता है तो उनकी ताकत 125 करोड़ गुना बढ़ जाती है।”

मोदी ने एक कॉफी टेबल पुस्तिका प्रकाशित करने की भी घोषणा की, जिसमें लोगों द्वारा दिवाली के मौके पर जवानों के लिए भेजी गई शुभकामनाएं संग्रहित होंगी।

 

 

उत्तर प्रदेश

संभल में कैसे भड़की हिंसा, किस आधार पर हो रहा दावा, पढ़े पूरी रिपोर्ट

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संभल। संभल में एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन मंदिर होने और भविष्य में कल्कि अवतार के यहां होने के दावे ने हाल ही में काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इस दावे के पीछे कई धार्मिक और ऐतिहासिक तथ्य बताए जा रहे है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और उनके मंदिर को लेकर कई दावे पहले से ही किए जा रहे हैं. इसे लेकर धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों के आधार पर गहरी चर्चा हो भी रही है. हिंदू धर्म में कल्कि अवतार को भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार माना गया है. ऐसा माना जाता है कि कलियुग के अंत में जब अधर्म और अन्याय अपने चरम पर होगा तब भगवान कल्कि अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना करेंगे.

कैसे भड़की हिंसा?

24 नवंबर को मस्जिद में हो रहे सर्वे का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर थी. सर्वे पूरा होने के बाद जब सर्वे टीम बाहर निकली तो तनाव बढ़ गया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके कारण स्थिति बिगड़ गई और हिंसा भड़क उठी.

दावा क्या है?

हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में स्थित एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन काल में एक मंदिर था. इस मंदिर को बाबर ने तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. उनका यह भी दावा है कि भविष्य में कल्कि अवतार इसी स्थान पर होंगे.

किस आधार पर हो रहा है दावा?

दावेदारों का कहना है कि उनके पास प्राचीन नक्शे हैं जिनमें इस स्थान पर मंदिर होने का उल्लेख है. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस स्थान पर प्राचीन काल से ही पूजा-अर्चना होती थी. कुछ धार्मिक ग्रंथों में इस स्थान के बारे में उल्लेख मिलता है. हिंदू धर्म के अनुसार कल्कि अवतार भविष्य में आएंगे और धर्म की स्थापना करेंगे. दावेदारों का मानना है कि यह स्थान कल्कि अवतार के लिए चुना गया है.

किस आधार पर हो रहा है विरोध?

अभी तक इस दावे के समर्थन में कोई ठोस पुरातात्विक साक्ष्य नहीं मिला है. जो भी ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स उपल्बध हैं वो इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस स्थान पर एक मस्जिद थी. धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या कई तरह से की जा सकती है और इनका उपयोग किसी भी दावे को सिद्ध करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

संभल का धार्मिक महत्व

शास्त्रों और पुराणों में यह उल्लेख है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश के संभल नामक स्थान पर होगा. इस आधार पर संभल को कल्कि अवतार का स्थान माना गया है. श्रीमद्भागवत पुराण और अन्य धर्मग्रंथों में कल्कि अवतार का वर्णन विस्तार से मिलता है जिसमें कहा गया है कि कल्कि अवतार संभल ग्राम में विष्णुयश नामक ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे.

इसी मान्यता के कारण संभल को कल्कि अवतार से जोड़ा जाता है. संभल में बने कल्कि मंदिर को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यही वह स्थान है जहां भविष्य में भगवान कल्कि का प्रकट होना होगा. मंदिर के पुजारी और भक्तों का कहना है कि यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र है और यहां कल्कि भगवान की उपासना करने से व्यक्ति अधर्म से मुक्ति पा सकता है.

धार्मिक विश्लेषण

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कल्कि अवतार का समय तब होगा जब अधर्म, पाप और अन्याय चरम पर पहुंच जाएंगे. वर्तमान में दुनिया में मौजूद सामाजिक और नैतिक स्थितियों को देखकर कुछ लोग यह मानते हैं कि कल्कि अवतार का समय निकट है. संभल में कल्कि मंदिर को लेकर जो भी दावे किए जा रहे हैं वो सभी पूरी तरह से आस्था पर आधारित हैं. धार्मिक ग्रंथों में वर्णित समय और वर्तमान समय के बीच अभी काफी अंतर हो सकता है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और मंदिर का दावा धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों पर आधारित है. हालांकि, यह दावा प्रमाणिकता के बजाय विश्वास पर आधारित है. यह भक्तों की आस्था है जो इस स्थान को विशेष बनाती है.

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