प्रादेशिक
उप्र : स्वच्छ भारत अभियान में जुटेगी अभाविप
लखनऊ | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के कार्यकताओं ने कमर कस ली है। मोदी के इस अभियान को गति देने के लिए परिषद के कार्यकर्ता पूरे उत्तर प्रदेश में ‘नशा मुक्त, पर्यावरण युक्त व स्वच्छ भारत’ अभियान चलाएंगे। यह अभियान स्वामी विवेकानंद जंयती (12 जनवरी) से लेकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती (23 जनवरी) के बीच चलाया जाएगा। यह निर्णय लखनऊ के कैसरबाग स्थित प्रदेश कार्यालय में शुक्रवार को हुई प्रांत कार्यसमिति की बैठक में लिया गया।
अवध प्रांत के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. देवानंद तिवारी ने बताया, “इस अभियान के तहत प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय, महाविद्यालय व कॉलेजों में 16 जनवरी को संकल्पपत्र भरवाया जाएगा तथा 19 जनवरी को शोभायात्रा निकाली जाएगी।”तिवारी के मुताबिक, इसके साथ ही युवा पखवाड़ा के बीच मानव श्रृंखला, नुक्कड़ नाटक, प्र्दशनी समेत कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।अभाविप के उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के क्षेत्रीय संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह की मानें तो प्रदेश की वर्तमान शिक्षा व्यवस्था को लेकर 22 फरवरी को जिला समिति की एक अहम बैठक लखनऊ में होगी।
बकौल सिंह, “इस बैठक में शैक्षणिक समस्याओं, शिक्षकों की नियुक्ति तथा शुल्क संरचना को लेकर अखिलेश सरकार के खिलाफ रणनीति बनाई जाएगी, जिसे 23 फरवरी को होने वाली प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में अंतिम रूप दिया जाएगा।” इस बैठक में अवध प्रांत के संगठनात्मक ढांचे को और अधिक मजबूत करने के लिए कई अहम फैसले लिए गए। लखनऊ को दो हिस्सों में विभाजित किया गया। इसकी संरचना लखनऊ महानगर और जिला के रुप में की गयी। इसके साथ ही अवध प्रांत में आने वाले करीब 500 महाविद्यालयों के लिए 25 जनवरी को लखनऊ में एक शिविर लगाया जाएगा, जिसमें करीब एक हजार विद्यार्थी हिस्सा लेंगे।
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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