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मां-बाप को परेशान करने वाले शहजादे क्या करेंगे यूपी का भला : शाह

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Amit shah (mathura)मथुरा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को मथुरा में पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में आयोजित जनसभा में सपा-कांग्रेस गठबंधन को निशाने पर लिया। उन्होंने राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर व्यक्तिगत आक्षेप करते हुए कहा कि इस गठबंधन के ‘दो शहजादों’ में एक से मां परेशान तो दूसरे से पिता परेशान है।

शाह ने कहा कि एक ने देश को लूटा है, दूसरे ने प्रदेश को लूटा है। ऐसे में ये उप्र का क्या भला करेंगे। भाजपा शासित राज्यों की तारीफ करते हुए शाह ने कहा कि भाजपा शासित प्रदेश विकास में नंबर वन हैं तो सपा सरकार हत्या, दुष्कर्म में नंबर बन है। जो सत्ता हत्याएं रोक नहीं सकतीं, उसे शासन करने का अधिकार नहीं है। शाह मध्यप्रदेश के व्यापम घोटाले को नजरअंदाज कर गए, जिससे जुड़े 50 से ज्यादा लोगों की रहस्यमयी मौत हो चुकी है। इस घोटाले की तह तक जाने का प्रयास करने वाले समाचार चैनल ‘आजतक’ के खोजी पत्रकार अक्षय सिंह की भी रहस्यमयी मौत हो गई।

कान्हा की नगरी मथुरा में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, “11 फरवरी को उप्र की जनता सरकार चुनने जा रही है। ये चुनाव विधायक चुनने या मंत्री बनने या मुख्यमंत्री बदलने का चुनाव नहीं है, बल्कि ये चुनाव उप्र के भाग्य बदलने का चुनाव है।”

उन्होंने कहा कि यूपी में पंद्रह सालों से सपा, बसपा की सरकार ने उप्र को हर क्षेत्र में पिछड़ा कर दिया है, यहां मां गंगा यमुना की कृपा है। लेकिन लोगों को फ्लोराइड का पानी मिलने को मिलता है। गुजरात के नारनपुरा से विधायक लेकिन सदन से लगातार गैरहाजिर शाह ने कहा, “भाजपा शासित राज्य विकास के रास्ते पर आगे हैं, पर उप्र हर क्षेत्र में पिछड़ गया है। गुजरात में 24 घंटे बिजली मिलती है, पर उप्र में चिलचिलाती धूप में भी लोग बिजली के लिए तरसते हैं। पूरा उप्र विकास से मरहूम हो चुका है।”

सपा-कांग्रेस गंठबंधन पर तंज करसे हुए शाह ने कहा, “जो दो शहजादे निकले हैं, वे उप्र का भला नहीं कर पाएंगे। उनके परिवार में ही समस्या है, एक से मां परेशान तो दूसरे से पिता परेशान है। एक ने प्रदेश को लूटा है एक ने देश को लूटा है, ये उप्र का भला नहीं कर पाएंगे।”

उन्होंने कहा, “हर राज्य चाहता है कि वो बिजली देने में, नौकरी देने में, किसान के खेत में पानी पहुंचाने में, सडक़ बनाने में पहला नंबर बन जाए, पर उप्र में अलग स्पर्धा है। यहां सपा सरकार अलग चीजों में पहले नंबर पर है।”

गुजरात में फर्जी मुठभेड़ों के लिए चर्चित और गृहराज्य मंत्री रहते आपराधिक मामले में जेल जा चुके शाह ने कहा, “उप्र हत्याओं में नंबर एक है, दुष्कर्म में नंबर एक है, रोज औसत 13 हत्याएं और 23 दुष्कर्म की घटनाएं होती हैं। जो सरकार हत्याएं और दुष्कर्म नहीं रोक सकती, उसे शासन करने का अधिकार नहीं है। जमीन चाहे सरकार की या गरीब की हो, यहां सपा के गुंडों ने जमीनें हथिया ली हैं।”

शाह ने कहा, “मथुरा जैसा यात्राधाम जो मां यमुना की पूजा के नाते जाना जाता है, इस मथुरा को आज पूरा देश रामवृक्ष के नाम से जानता है। रामवृक्ष के पीछे सपा के ही लोग थे। इन्होंने गांव-गांव, गली-गली जमीनों पर कब्जे का अभियान चला रखा है।”

उन्होंने कहा, “भाजपा की सरकार बनते ही एक सप्ताह में ये भूमाफिया उप्र से बाहर होंगे। गरीब किसानों की जमीन हो, सरकारी जमीन हो या गरीब किसान की, भाजपा की सरकार में सबकी सुरक्षा होगी।”

रैली में आए युवाओं का आह्वान करते हुए शाह ने कहा कि उप्र में समूह ग और घ की भर्तियां आती हैं तो जाति पूछी जाती है, धर्म पूछा जाता है और बाद में घूस मांगी जाती है, उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार बनते ही समूह ग और घ की सरकार में साक्षात्कार खत्म कर मेरिट के आधार पर नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के इस शासन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा की सरकार ही खत्म कर सकती है।

शाह ने कहा, “भाजपा के महासचिव रहते दिल्ली में कुछ बच्चियां एक कार्यक्रम में निमंत्रण देने आई, पूछने पर इन बच्चियों ने कहा कि उप्र में कॉलेज के आसपास गुंडे और शोहदे उन्हें परेशान करते हैं, इसीलिए वो माता-पिता से दूर रह कर दिल्ली में पढ़ती हैं। भाजपा सरकार में हर थाने में एंटी रोमिया दल बनाया जाएगा और इन गुंडों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।”

पेशे से स्टॉक ब्रोकर रहे शाह ने कहा, “अखिलेश जी पूछते हैं कि उप्र में अच्छे दिन कब आएंगे, मैं उनको बताना चाहता हूं कि अखिलेश जी, जैसे ही आप सरकार से जाएंगे वैसे ही उप्र के अच्छे दिन आ जाएंगे। आपके कुर्सी खाली करते उप्र के अच्छे दिन आ जाएंगे। अच्छे दिन को तो अखिलेश जी ने रोक रखा है।”

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए शाह ने कहा, “राहुल जी कहते हैं कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद सीमा पर कोई भी कोई फर्क नहीं पड़ा। हमारी सरकार में भी गोलियां चलती थीं और अब भी चल रही हैं। मैं (अमित शाह) कहना चाहता हूं कि राहुल जी की आंखों पर इटली का चश्मा चढ़ा हुआ है, तभी उनको फर्क नहीं दिख रहा है।”

उन्होंने कहा, “पहले आपकी (कांग्रेस) सरकार में जब गोलियां चलती थीं, तब उसकी शुरुआत भी पाकिस्तान फौज करती थी और अंत भी पाकिस्तान फौज ही करती थी। पर अब जब पाकिस्तानी फौज गोलियों की शुरुआत करती है, तब उसका अंत भारतीय सेना करती है। वहां से गोली आती है तो यहां से गोला जाता है। ईंट का जवाब पत्थर से दिया जा रहा है।”

उन्होंने कहा, “पाकिस्तानी पहले हमारे जवानों का सिर काटकर ले जाते थे, अपमानित करते थे और कांग्रेस सरकार के माथे पर जू नहीं रेंगती थी। लेकिन उड़ी के हमले के बाद हमारे प्रधानमंत्री मोदी के आदेश के बाद हमारे वीर जवानों ने दस दिन के भीतर ही पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकियों को करारा जवाब दिया।”

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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