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खेल-कूद

निशानेबाजी में जीतू लाए गोल्ड, अमनप्रीत ने दिलाया चांदी

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भारतीय निशानेबाज जीतू राय, आईएसएसएफ विश्व कप, भारतीय अमनप्रीत सिंह रजत पदक

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नई दिल्ली। निशानेबाजी में भारतीय निशानेबाज जीतू राय ने स्वर्ण और अमनप्रीत सिंह ने रजत पदक जीता है। जीतू राय ने फिर से बेहतरीन वापसी का नजारा पेश करते हुए आज यहां आईएसएसएफ विश्व कप निशानेबाजी में पुरूषों की 50 मीटर पिस्टल में स्वर्ण पदक जीता जबकि एक अन्य भारतीय अमनप्रीत सिंह रजत पदक हासिल करने में सफल रहे।

जीतू राय ने इससे पहले दस मीटर पिस्टल में कांस्य पदक जीता था और उन्होंने यहां फाइनल में अपने अनुभव का बखूबी इस्तेमाल करके सोने का तमगा हासिल किया। सेना के इस जवान ने कर्णी सिंह शूटिंग रेंज पर 230.1 का स्कोर बनाया जो विश्व रिकॉर्ड है। दूसरी तरफ फाइनल में अधिकतर समय बढ़त पर रहने वाले अमनप्रीत को 226.9 के स्कोर के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

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ईरान के वाहिद गोलखानदन ने 208.0 का स्कोर बनाकर कांस्य पदक जीता। फाइनल में पहली दो सीरीज के बाद 29 वर्षीय जीतू 93.8 अंक के साथ आठ निशानेबाजों के बीच छठे स्थान पर चल रहे थे। उस समय अमनप्रीत 98.9 का स्कोर बनाकर सबसे आगे थे। पंजाब के इस निशानेबाज ने इसके बाद भी अच्छा प्रदर्शन जारी रखा और अपनी बढ़त मजबूत कर दी लेकिन राय ने भी शानदार वापसी की।

राय ने एक एलिमिनेशन राउंड में 10.8 का स्कोर बनाया जो उनके लिये महत्वपूर्ण साबित हुआ। इससे वह छठे से तीसरे स्थान पर पहुंच गये और उन्होंने कजाखस्तान के मशहूर निशानेबाज व्लादीमीर इसाचेंक को बाहर कर दिया। राय ने इसके बाद भी 10.4 और 10.0 के स्कोर बनाये जबकि पहली बार विश्व कप फाइनल में खेल रहे अमनप्रीत ढीले पड़ गये।

गोलखानदन को पीछे छोड़ने के बाद राय ने 10.5 का स्कोर बनाकर अमनप्रीत की उम्मीदों पर भी पानी फेरा और पहला स्थान हासिल किया।

 

 

खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में टूटा ऑस्ट्रेलिया का घमंड, भारत ने 295 रनों से दी मात

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पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया है। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 487/6 रन के स्कोर पर घोषित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 238 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 295 रनों से हराकर बड़ा इतिहास रच दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 161 रन और विराट कोहली ने नाबाद शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में केेल राहुल ने भी 77 रनों की अहम पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया 150 रनों पर सिमट गई थी पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का कमबैक करते हुए पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम को घुटनों पर ला दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिससे ऑस्ट्रेलिया को 534 रनो का टारगेट मिला। लेकिन चौथे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया।

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