Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

नीतीश लालू-पुत्रों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें : सुशील मोदी

Published

on

Loading

पटना | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार पर फिर निशाना साधा। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नैतिकता के आधार पर तेजस्वी और तेजप्रताप को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की।

उन्होंने आरोप लगाया कि लालू के दोनों पुत्र तेजप्रताप यादव और तेजस्वी प्रसाद यादव विधानसभा चुनाव लड़ने के समय दिए गए शपथपत्र और बिहार में मंत्रियों द्वारा प्रतिवर्ष दी जाने वाली संपत्तियों के ब्योरे में सही जानकारी नहीं दी है। पटना में प्रेसवार्ता के दौरान मोदी ने कहा कि डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक तेज प्रताप, तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी हैं।

समय-समय पर इस कंपनी के नाम बदलते रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस कंपनी की जमीन का ब्योरा तेजस्वी और तेजप्रताप ने न विधानसभा चुनाव लड़ने के समय शपथपत्र में दिया और न ही बिहार में मंत्रियों द्वारा प्रतिवर्ष दी जाने वाली संपत्तियों के ब्योरे में ही इसकी जानकारी दी है। मोदी ने कहा कि इसी कंपनी की जमीन पर बिहार के सबसे बड़े मॉल का निर्माण कराया जा रहा है, जिसकी मिट्टी पटना संजय गांधी जैविक उद्यान ने बिना टेंडर के खरीदी।

भाजपा नेता ने कहा कि लालू यदि गरीब का बेटा हैं, तो उनके पास यह संपत्ति कहां से आई? इस मामले में पक्का सबूत होने का दावा करते हुए उन्होंने कहा, “रेलमंत्री रहते हुए ही लालू प्रसाद ने यह घोटाला भी किया था। लालू को जवाब देना चाहिए कि खुद को वह चपरासी का बेटा बताते हैं, गरीब का बेटा बताते हैं तो एक गरीब के पास तीस साल में करोड़ों की संपत्ति कहां से आई?”

मोदी ने बताया “डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित की गई जमीन पर शॉपिंग मल बन रहा है और इस कंपनी का नाम आज ‘लारा प्रोजेक्टस’ कर दिया गया है। इस कंपनी के निदेशक राजद अध्यक्ष के बड़े पुत्र एवं राज्य के पर्यावरण एवं वन मंत्री तेजप्रताप यादव, छोटे पुत्र एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पत्नी राबड़ी देवी हैं।”

उन्होंने कहा, “खोदा मिट्टी, निकला मॉल! लालू प्रसाद के खिलाफ हमारे पास अब पर्याप्त सबूत हैं। लालू को बताना चाहिए कि पटना के सगुना में बन रहे बिहार के सबसे बड़े मॉल की जमीन उनकी है या नहीं।”

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending