बिजनेस
अक्षय तृतीया पर पेटीएम का खास ऑफर, खरीदें डिजिटल गोल्ड
नई दिल्ली। अक्षय तृतीया के उपलक्ष्य पर अग्रणी डिजिटल भुगतान सेवा प्रदाता पेटीएम ने डिजिटल गोल्ड लांच करने के लिए एमएमटीसी-पीएएमपी के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत पेटीएम अपने ग्राहकों को ऑनलाइन शुद्ध सोना खरीदने, संगृहीत करने की सुविधा देगा। ग्राहक चाहें तो खरीदा हुआ सोना बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के एमएमटीसी-पीएएमपी के बेहद सुरक्षित वॉल्ट में रख सकते हैं या ढले हुए सिक्कों के रूप में अपने घर मंगा सकते हैं या उसे ऑनलाइन वापस बेच भी सकते हैं।
अमूमन सोना खरीदने और बेचने में तात्कालिक कीमतों से अनभिज्ञता के कारण लोगों को सही मूल्य नहीं मिल पाता। लेकिन पेटीएम के डिजिटल गोल्ड के साथ ग्राहक एमएमटीसी-पीएएमपी (भारत की एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय रूप से मान्य रिफाइनरी) से तुरंत 24 कैरट 999.9 शुद्धता वाला सोना खरीद सकते हैं। उपभोक्ता अब 1 रुपये का भी सोना खरीद सकते हैं।
पेटीएम अपने उपभोक्ताओं को एक रुपये तक का सोना खरीदने की सुविधा भी दे रहा है। पेटीएम के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय शेखर शर्मा ने कहा, “भारतीयों के लिए सोना निवेश का पसंदीदा रूप है, और हम अपने निवेशकों के लिए डिजिटल सोने पर निवेश करना आसान बना रहे हैं। इस उत्पाद के साथ, हमारे ग्राहक बाजार से जुड़ी कीमतों पर तुरंत अंतर्राष्ट्रीय गुणवत्ता वाला सोना खरीद और बेच सकते हैं। हमें भरोसा है कि यह समाधान लाखों भारतीयों को पूरे विश्वास और सुरक्षा के साथ सोना खरीदने और बेचने में मदद करेगा।”
विश्व सोना परिषद का अनुमान है, भारत के पास वर्तमान में 900 अरब डॉलर कीमत का 24,000 टन से ज्यादा सोना है।
बिजनेस
जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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