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शेयर बाजारों में तेजी, निफ्टी ने तोड़ा पिछला रिकार्ड

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मुंबई। देश के शेयर बाजार में गुरुवार को तेजी रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 231.41 अंकों की तेजी के साथ 30,126.21 पर और निफ्टी 47.95 अंकों की रिकार्ड तेजी के साथ 9,359.90 पर बंद हुआ। निफ्टी का अब तक का यह सर्वोच्च स्तर है।

शेयर बाजारों की तेजी में केंद्रीय मंत्रिमंडल के बैंकिंग अधिनियम में सुधार के फैसले और बैंकों के फंसे हुए कर्जो का समाधान करने के लिए सरकारी मदद के फैसले का बड़ा योगदान है। इसके अलावा अमेरिकी फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में यथास्थिति बरकरार रखने के फैसले ने भी निवेशकों में उत्साह जगाया। साथ ही बैंकिंग स्टॉक की तेजी ने भी बाजार को नई उंचाईयों पर पहुंचाया।

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सुबह 174.92 अंकों की तेजी के साथ 30,069.72 पर खुला और 231.41 अंकों या 0.77 फीसदी बढक़र 30,126.21 पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स ने 30,169.95 के ऊपरी और 30,169.95 के निचले स्तर को छुआ।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 18 शेयरों में तेजी रही। आईसीआईसीआई बैंक (9.24 फीसदी), अडानी पोर्ट्स (3.68 फीसदी), एक्सिस बैंक (3.63 फीसदी), भारतीय स्टेट बैंक (3.27 फीसदी)और हिंदुस्तान यूनिलीवर (2.36 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।

सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में टाटा मोटर्स (2.27 फीसदी), ओएनजीसी (1.15 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (0.89 फीसदी), सिप्ला (0.84 फीसदी)और रिलायंस (0.84 फीसदी) प्रमुख रहे।

बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में तेजी रही। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 70.65 अंकों की तेजी के साथ 14,880.86 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 54.79 अंकों की तेजी के साथ 15,430.96 पर बंद हुआ।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों का सूचकांग निफ्टी 49.00 अंकों की तेजी से साथ 9,360.95 पर खुला और 47.95 अंकों या 0.51 फीसदी की तेजी के साथ 9,359.90 पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार में निफ्टी ने 9,365.65 के ऊपरी और 9,323.25 के निचले स्तर को छुआ।

बीएसई के 19 सेक्टरों में 10 सेक्टरों में तेजी रही। बैंकिंग (2.32 फीसदी), उपभोक्ता वस्तुएं (1.41 फीसदी), वित्त (1.38 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तुएं (1.08 फीसदी) और पूंजीगत सामग्री (0.78 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।

बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में रियल्टी (0.80 फीसदी), धातु (0.77 फीसदी), ऊर्जा (0.65 फीसदी), वाहन (0.55 फीसदी ) और तेल एवं गैस (0.53 फीसदी) प्रमुख रहे।

बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,430 शेयरों में तेजी और 1,428 में गिरावट रही जबकि 146 शेयरों के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ।

एचडीएफसी सिक्यूरिटीज के प्रमुख (रिटेल रिसर्च) दीपक जासानी ने बताया, “निफ्टी और बैंक निफ्टी में अब तक की सबसे बड़ी तेजी आई है। वहीं, प्रमुख एशियाई बाजारों में भी सकारात्मक माहौल है। शंघाई, स्ट्रेट्स, हेंगसेंग सूचकांक के अलावा यूरोपिय बाजारों में भी तेजी से भारतीय बाजारों को मदद मिली है। यूरोपीय सूचकांक एफटीएसई 100, डीएएक्स और सीएसी 40 अब तक की सबसे बड़ी तेजी पर कारोबार कर रहे हैं।”

जियोजित फाइनेंसियल सर्विस के मुख्य बाजार विश्लेषक आनंद जेम्स ने कहा, “बैंकिंग विनियमन अधिनियम में संशोधन और बैंकों की आय में तेजी से बैंकिंग शेयरों में तेजी आई है। इस दौरान एफओएसी (फेडरल ओपन मार्केट कमिटी) की यथास्थिति ने यह सुनिश्चित किया कि बाजार में ज्यादा उतारचढ़ाव ना हो। अब फेड रिजर्व की जून में होनेवाली अगली बैठक तक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बाजार में पूंजी लगाने से हिचकेंगे नहीं।”

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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