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ऑफ़बीट

सेहतमंद रहने के लिए आर्गेनिक साबुन और शैम्पू का करिए प्रयोग

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हानिकारक केमिकल युक्त साबुन और शैम्पू से हमारी त्वचा और बालों को नुकसान पहुंचता है। ऐसे में आर्गेनिक (जैविक) साबुन और शैम्पू का इस्तेमाल करना चाहिए, जो प्राकृतिक खूबसूरती को बरकरार रखता है। सोलफ्लॉवर के प्रबंध निदेशक अमित सारदा और वर्ट की संस्थापक अनुपमा मल्होत्रा (दोनों कंपनियां प्राकृतिक सौंदर्य उत्पादों का उत्पादन करती हैं) ने आर्गेनिक साबुन और शैम्पू के इस्तेमाल से होने वाले फायदों के बारे में ये बातें बताई हैं।

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– आर्गेनिक शैम्पू और साबुन धुआं मुक्त वातावरण में बनाए जाते हैं। 100 प्रतिशत वेजिटेरियन होते हैं, इसमें पशुओं की चर्बी का इस्तेमाल नहीं होता है।

–आर्गेनिक उत्पाद फलों या फूलों के सत्व से तैयार किए जाते हैं और इनमें हानिकारक केमिकल नहीं होते, इसलिए प्राकृतिक उत्पादों के इस्तेमाल से किसी प्रकार का नुकसान होने की आशंका नहीं होती है।

–कन्वेंशनल (सामान्य तौर पर प्रयोग किए जाने वाले उत्पाद) साबुन और शैम्पू प्रभावी महसूस हो सकते हैं, लेकिन उनके पैक पर लिखी सामग्री को पढ़ने के बाद आपको मालूम पड़ेगा कि ये वास्तव में कितने हानिकारक हैं। इन उत्पादों में सोडियम लॉरेल सल्फेट का धड़ल्ले से इस्तेमाल होता है, जो त्वचा व शरीर को काफी नुकसान पहुंचाता है।

–हानिकारक पेस्टिसाइड ट्रिक्लोजन और डायोक्सिन जैसे हानिकारक रसायन भी वास्तव में धीरे-धीरे और स्थायी रूप से आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं।

–पशुओं पर उनका परीक्षण नहीं किया जाता है।

– कन्वेंशनल और आर्गेनिक उत्पादों की सामग्री और गुणवत्ता में काफी अंतर होता है। प्राकृतिक पोषण तत्वों, मिनरल्स और तेलों से भरपूर आर्गेनिक उत्पाद आपके बालों और त्वचा की कोशिकाओं को पोषित करते हैं।

–प्राकृतिक अवयवों से युक्त आर्गेनिक ‘टी ट्री’ रूसी को दूर करता है।

 

ऑफ़बीट

IND VS AUS: ताश के पत्तों की तरह बिखरा भारत का बैटिंग आर्डर, पूरी टीम 150 रनों पर ढेर

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नई दिल्ली। पर्थ के मैदान पर टीम इंडिया के बल्लेबाजी क्रम की एक बार फिर पोल खुल गई। 49.4 ओवर खेलकर ही भारत की पूरी टीम सिर्फ 150 रन बनाकर ढेर हो गई। टीम के छह बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सके। पर्थ की पिच पर ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों ने ऐसा कहर बरपाया कि टीम इंडिया का मजबूत बैटिंग ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह बिखर गया।

टीम इंडिया की शुरुआत ही बेहद खराब हुई। यशस्वी जायसवाल बिना खाता खोले ही मिचेल स्टार्क की गेंद पर पवेलियन लौट गए। देवदत्त पडिक्कल ने 23 गेंदों का सामना किया, लेकिन वो अपने नाम के आगे एक रन तक नहीं लिखवा सके। नंबर चार पर बल्लेबाजी करने उतरे विराट कोहली से फैन्स को काफी उम्मीदें थीं। हालांकि, विराट का किस्मत ने एक बार फिर साथ नहीं दिया और वह जोश हेजलवुड के हाथ से निकली बेहतरीन गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। भोजनकाल से पहले 23वें ओवर में मिचेल स्टार्क ने के एल राहुल (26) को आउट कर भारत को बड़ा झटका दिया।

लंच के बाद चार विकेट पर 51 रन के आगे खेलने उतरी भारतीय टीम दूसरे सेशन में 24.4 ओवर में मात्र 99 रन ही जोड़ पाई और बचे हुए बाकी विकेट गवां दिये। 59 के स्कोर पर भारतीय टीम को पांचवां झटका लगा। मिचेल मार्श ने ध्रुव जुरेल को मार्नस लाबुशेन के हाथों कैच आउट कराया। जुरेल 11 रन बनाकर आउट हुए।

इसके बाद वॉश‍िंगटन सुंदर मात्र चार रन बनाकर म‍िचेल मार्श की गेंद पर व‍िकेटकीपर एलेक्स कैरी को कैच थमा बैठे। भारत ने छह विकेट गिरने के बाद ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी बल्लेबाजी करने आए और उन्होंने ऋषभ पंत के साथ छठे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। भारत को सातवां झटका ऋषभ पंत के रूप में लगा। वह 37 रन बनाकर पैट कम‍िंंस की गेंद पर दूसरी स्ल‍िप में खड़े स्टीव स्म‍िथ को कैच थमा बैठे।
इसके बाद हर्ष‍ित राणा मात्र 7 रन बनाकर जोश हेजलवुड की गेंद पर मार्नस लॉबुशेन को कैच थमा बैठे। भारत का नौवां विकेट जसप्रीत बुमराह के रूप में गिरा, जो जोश हेजलवुड की गेंद पर विकेटकीपर कैरी को कैच थमा बैठे। वहीं आखिरी विकेट नीतीश रेड्डी का गिरा। रेड्डी को पैट कमिंस ने उस्मान ख्वाजा के हाथों कैच आउट कराया।

 

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