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आध्यात्म

रक्षाबंधन को खास बनाने में जुटी हैं बहनें

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लखनऊ, 4 अगस्त (आईएएनएस/आईपीएन)। रक्षाबंधन त्योहार को लेकर जहां बहनों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है, वहीं बाजारों में तरह-तरह की राखियां मौजूद हैं, जो इस त्योहार को कुछ खास बनाने में अपनी भूमिका निभाएंगी। रक्षाबंधन का त्योहार आने में महज कुछ ही दिन शेष हैं। भाई-बहन के इस पवित्र और प्यार के प्रतीक त्योहार की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो चुकी है। बहनें इस पर्व को मनाने के लिए काफी उत्साहित दिख रही हैं। साथ ही कुछ अलग तरह की राखियां अपने भाई की कलाई पर बांधकर इस पर्व को मनाने की तैयारी में जुटी हैं।

भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन में बहन अपने भाई को अपनी रक्षा का संकल्प दिलाती हैं। हिंदू पंचांग के मुताबिक, श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाले इस त्योहार पर बहन अपने भाई की कलाई पर अपना संपूर्ण प्यार रक्षा (राखी) के रूप में बांध कर उससे अपनी रक्षा का वचन लेती है, जिसके बाद भाई कुछ उपहार देकर भविष्य में संकट के समय सहायता और रक्षा देने का वचन देता है।

रक्षाबंधन पौराणिक काल से मनाया जाता है। यह आत्मीयता और स्नेह के बंधन से रिश्तों को मजबूत बनाने का पर्व है। यही कारण है कि इस अवसर पर न केवल भाई को, बल्कि अन्य रिश्तेदारों को भी रक्षा (राखी) बांधने का प्रचलन है। आज के आधुनिक युग में विदेशों में रह रहे भाई-बहन रक्षाबंधन मनाने के लिए चल रही कई ई-कॉमर्स साइटों का सहारा ले रहे हैं। अब तो ऑनलाइन ऑर्डर कर बहनें अपने भाइयों को राखी भेज रही हैं।

छात्रा राधिका बताती हैं कि इस बार वो अपने भाई को सरप्राइज राखी बांधने वाली है, जिसमें उन्होंने ऑनलाइन राखी का ऑर्डर किया है। जो उन्हें रक्षाबंधन के दिन ही उसके घर पर कोरिअर द्वारा मिलेगा। साथ ही इस बार वो अपने भाई के लिए एक गिफ्ट का ऑर्डर भी किया है। राधिका इस आत्मीयता और स्नेह के बंधन से रिश्ते को मजबूत करने वाले पर्व को कुछ खास बनाना चाहती है।

हालांकि इस बार राखी बांधने का समय सुबह 11:04 से शुरू होकर दोपहर 01:28 बजे तक ही है। समय से राखी पहुंचे, इसके लिए राधिका ने पहले ऑर्डर लेने वाली साइट से बात की है, उसके बाद ऑर्डर किया है।

वहीं, नीलम बताती हैं कि इस बार वह अपने भाई को राखी बांधने के साथ गिफ्ट में घड़ी देने वाली हैं और इसे राखी के साथ भाई की कलाई में बांधकर वह अपने इस पवित्र पर्व को खास बनाना चाहती हैं। वह कहती हैं, मैं हर बार भैया से गिफ्ट लेती थी, इस बार उन्हें गिफ्ट देकर इस पर्व को खास बनाना चाहती हूं।

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उत्तर प्रदेश

जगतगुरु कृपालु जी महाराज की तीनों बेटियों का एक्सीडेंट, बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत

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नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे पर रविवार सुबह करीब 5 बजे भीषण हादसा हो गया। इस हादसे में जगतगुरु कृपालु जी महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई। इसके अलावा उनकी दो बेटियां गंभीर रूप से घायल हैं। घायल दोनों बेटियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। हादसे के बाद जगतगुरु कृपालु परिषत की ओर से शोक संदेश भी जारी किया गया है। संदेश जारी करने के बाद भक्तों द्वारा इस घटना को लेकर दुख व्यक्त किया जा रहा है।

दिल्ली जाते समय हुआ हादसा बताया जा रहा है कि मथुरा से जगतगुरु कृपालु जी महाराज की तीनों बेटियां डॉ. विशाखा त्रिपाठी, डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी कार से दिल्ली एयरपोर्ट जाने के लिए निकलीं थीं। उनके साथ आश्रम से जुड़े अन्य लोग भी मौजूद थे। दिल्ली एयरपोर्ट से उनको फ्लाइट पड़कर सिंगापुर जाना था। कार यमुना एक्सप्रेसवे पर दनकौर कोतवाली क्षेत्र में पहुंची थी। इसी दौरान तेज रफ्तार की एक डीसीएम ने आगे चल रही दोनों कारों में टक्कर मार दिया। टक्कर लगने के बाद कार क्षतिग्रस्त हो गईं।

हादसे में बड़ी बेटी का निधन

हादसे में कृपालु जी की बड़ी बेटी 65 साल की डॉ. विशाखा त्रिपाठी का निधन हुआ है. हादसा दो छोटी बेटियों, डॉ. श्यामा त्रिपाठी व डॉ. कृष्णा त्रिपाठी की हालत गंभीर बताई जाती जा रही है. सभी घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. सिंगापुर जाने के लिए तीनों बहनें फ्लाइट पकड़ने एयरपोर्ट के लिए जा रही थीं.

 

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