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एफआईपीबी के 6 सचिव आरोपी क्यों नहीं : चिदंबरम

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नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)| पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने शनिवार को सरकार से पूछा कि यदि 2007 में एक मीडिया हाउस को विदेशी निवेश प्राप्त करने के लिए दी गई मंजूरी गलत थी, तो विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) के छह सचिवों को आरोपी क्यों नहीं बनाया गया। इस मामले में उनके बेटे कीर्ति शामिल हैं।

चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, अगर उस खास मामले में एफआईपीबी की मंजूरी गलत थी, तो सीबीआई ने छह सचिवों को आरोपी क्यों नहीं बनाया? क्या इसलिए कि छह सचिव स्पष्ट तौर पर ईमानदार थे।

हालांकि कांग्रेसी नेता ने इस मामले का जिक्र नहीं किया। लेकिन जाहिर तौर पर वह मॉरिशस से कथित रूप से धन प्राप्त करने के लिए आईएनएक्स मीडिया को दी गई एफआईपीबी मंजूरी का जिक्र कर रहे थे।

सीबीआई इस मामले में कीर्ति से पूछताछ करना चाहती है और उन्हें सम्मन जारी किया गया है। आरोप है कि चिदंबरम के बेटे द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से संचालित एक कंपनी ने मीडिया हाउस से पैसा लिया था।

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महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की हार पर बोलीं कंगना रनौत, उनका वही हश्र हुआ जो ‘दैत्य’ का हुआ था

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मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को मिली प्रचंड जीत ने विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी में शामिल पार्टियों को चारों खाने चित कर दिया है। महाराष्ट्र में पार्टी की प्रचंड जीत पर बीजेपी की सांसद कंगना रनौत काफी खुश हैं। वहीं, उद्धव ठाकरे की हार पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कंगना ने कहा कि महिलाओं का अपमान करने की वजह से उनका ये हश्र हुआ है। मुझे उनकी हार का अनुमान पहले से ही था।

कंगना रनौत ने कहा, “मुझे उद्धव ठाकरे की हार का अनुमान पहले ही था। जो लोग महिलाओं का अपमान करते हैं, वे राक्षस हैं और उनका भी वही हश्र हुआ जो ‘दैत्य’ का हुआ था। वे हार गए, उन्होंने महिलाओं का अपमान किया। मेरा घर तोड़ दिया और मेरे खिलाफ अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया, इसलिए यह स्पष्ट है कि वे सही और गलत की समझ खो चुके हैं।

बता दें कि कंगना रनौत और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार के बीच 2020 में तब कड़वाहट भरी झड़प हुई थी, जब तत्कालीन अविभाजित शिवसेना के नेतृत्व वाली बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने उनके बांद्रा स्थित बंगले में कथित अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया था। अपने बंगले में तोड़फोड़ की कार्रवाई से पहले रनौत ने यह भी कहा था कि उन्हें “मूवी माफिया” से ज्यादा मुंबई पुलिस से डर लगता है और उन्होंने महाराष्ट्र की राजधानी की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से की थी।

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