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बिजनेस

मूडीज ने टाटा मोटर्स के राइट्स इश्यू की रेटिंग बढ़ाई

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चेन्नई | वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ‘मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस (मूडीज)’ ने सोमवार को टाटा मोटर्स लिमिटेड (टीएमएल) के 75 अरब रुपये के राइट्स इश्यू को सकारात्मक क्रेडिट रेटिंग दी है। रेटिंग बढ़ने से कंपनी का कर्ज घटेगा और कारोबार में वृद्धि के लिए पूंजी उपलब्ध होगी। मूडीज के उपाध्यक्ष, वरिष्ठ क्रेडिट अधिकारी एलन ग्रीन के मुताबिक, “कर्ज घटने की वजह से टाटा मोटर्स की रेटिंग बढ़ी है, और कंपनी के भारतीय कारोबार में एक स्पष्ट बदलाव के कारण कंपनी की रेटिंग दिशा ऊध्र्व होने का रास्ता साफ हो सकता है।”

मूडीज के मुताबिक, राइट्स इश्यू के तहत प्रस्तावित शेयरों की संख्या बढ़ने से टाटा मोटर्स को अपनी सहयोगी कंपनी जगुआर लैंड रोवर ऑटोमोटिव पीएलसी (जेएलआर) से नकदी निकालने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। मूडीज के मुताबिक, ब्रिटेन स्थित जेएलआर, टाटा मोटर्स होल्डिंग्स (टीएचएमएल) को 15.0 करोड़ पाउंड के लाभांश का भुगतान कर रही है। इससे टीएमएल को संचालन के कारण हुए घाटे की भरपाई हुई है, और परिणामस्वरूप कंपनी को एक छोटा-सा शुद्ध लाभ हुआ है। ग्रीन के मुताबिक, “लाभ घटने से टीएमएल अपने लाभांशों में कटौती कर रही है, जो कंपनी की सकल शुद्ध आय और जेएलआर के बढ़िया प्रदर्शन की अपेक्षित वृद्धि के विपरीत है।” कंपनी के ऋण भुगतान से टीएमएल को वित्तीय दबाव से भी राहत मिलेगी। रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि इस राइट्स इश्यू से जेएलआर के वित्तीय संसाधन इसकी मूल कंपनी को हस्तांतरित करने का जोखिम घटेगा, जो इसकी स्वयं की विस्तार योजनाओं के लिए सकारात्मक होगा। क्योंकि विस्तार योजनाओं के लिए अधिक पूंजीगत व्यय की जरूरत होती है। रेटिंग एजेंसी के मुताबिक, मध्यम और भारी व्यावसायिक वाहन क्षेत्र के तेजी से बढ़ने से कंपनी की भारतीय बिक्री बढ़ रही है। नई जेस्ट सेडान और बोल्ट हैचबैक को ग्राहकों ने काफी पसंद किया है लेकिन कंपनी की संयुक्त बिक्री अभी पूरी तरह से बढ़नी बाकी है।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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