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लोग भय के माहौल में जी रहे : शरद

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नई दिल्ली, 16 अगस्त (आईएएनएस)| जनता दल (युनाइटेड) के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से हटाए जाने के बाद बुधवार को कहा कि लोग ‘भय के माहौल में जी रहे हैं’ और वह भारत की साझा संस्कृति को बचाने के लिए संघर्ष करेंगे। यादव ने घोषणा की कि विपक्ष देशभर में ‘साझा विरासत बचाओ’ सम्मेलन आयोजित करेगा, जिसकी शुरुआत गुरुवार को दिल्ली से होगी। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का समन्वयन वह खुद करेंगे।

उन्होंने कहा, विपक्षी पार्टियों के नेताओं के अतिरिक्त देशभर से बुद्धिजीवी, किसान, बेरोजगार युवा, दलित और जनजातीय लोग भी इसमें हिस्सा लेंगे।

उन्होंने कहा कि हालांकि संविधान की प्रस्तावना सभी नागरिकों के लिए न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के बारे में बात करती है, ‘लेकिन आज भारत में जो कुछ भी हो रहा है, वह बिल्कुल उल्टा है’ और ‘लोग भय के माहौल में जी रहे हैं।’

यह पूछे जाने पर कि क्या बिहार के मुख्यमंत्री व जद (यू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार भी सम्मेलन में हिस्सा लेंगे? यादव ने कहा कि उन्होंने इसके लिए सभी को आमंत्रित किया है।

उल्लेखनीय है कि जद (यू) के नीतीश धड़े ने यादव को राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से पिछले सप्ताह हटा दिया था। उनके खिलाफ यह कदम बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ पार्टी के गठजोड़ से सरकार बनाने का उनके द्वारा विरोध किए जाने के कारण उठाया गया।

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नेशनल

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की हार पर बोलीं कंगना रनौत, उनका वही हश्र हुआ जो ‘दैत्य’ का हुआ था

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मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को मिली प्रचंड जीत ने विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी में शामिल पार्टियों को चारों खाने चित कर दिया है। महाराष्ट्र में पार्टी की प्रचंड जीत पर बीजेपी की सांसद कंगना रनौत काफी खुश हैं। वहीं, उद्धव ठाकरे की हार पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कंगना ने कहा कि महिलाओं का अपमान करने की वजह से उनका ये हश्र हुआ है। मुझे उनकी हार का अनुमान पहले से ही था।

कंगना रनौत ने कहा, “मुझे उद्धव ठाकरे की हार का अनुमान पहले ही था। जो लोग महिलाओं का अपमान करते हैं, वे राक्षस हैं और उनका भी वही हश्र हुआ जो ‘दैत्य’ का हुआ था। वे हार गए, उन्होंने महिलाओं का अपमान किया। मेरा घर तोड़ दिया और मेरे खिलाफ अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया, इसलिए यह स्पष्ट है कि वे सही और गलत की समझ खो चुके हैं।

बता दें कि कंगना रनौत और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार के बीच 2020 में तब कड़वाहट भरी झड़प हुई थी, जब तत्कालीन अविभाजित शिवसेना के नेतृत्व वाली बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने उनके बांद्रा स्थित बंगले में कथित अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया था। अपने बंगले में तोड़फोड़ की कार्रवाई से पहले रनौत ने यह भी कहा था कि उन्हें “मूवी माफिया” से ज्यादा मुंबई पुलिस से डर लगता है और उन्होंने महाराष्ट्र की राजधानी की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से की थी।

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