नेशनल
कांग्रेस ने की योगी के ‘पिकनिक स्पॉट’ बयान की आलोचना
नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)| कांग्रेस ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिल्ली में बैठें लोगों पर गोरखपुर को पिकनिक स्थल बनाए जाने के बयान को गोरखपुर के एक अस्पताल में ऑक्सिजन की कमी के चलते हुई बच्चों की मौत का तौहीन कहकर आलोचना की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि आदित्यनाथ ने अपने बयान से असहाय एवं गरीब बच्चों की स्मृति की तौहीन की है।
सिंघवी ने यहां एक संववाददाता सम्मेलन में कहा, वह (आदित्यनाथ) सही कह रहे हैं कि गोरखपुर पिकनिक स्थल नहीं है.. बल्कि लापरवाही, जवाबदेही की कमी और निष्ठुरता के चलते यह जगह हत्या स्थल बन चुका है।
उन्होंने आदित्यनाथ पर इस तरह की ‘छिछली राजनीति’ कर चिकित्सकीय लापरवाही पर बहस को कमतर करने का आरोप भी लगाया।
सिंघवी ने कहा, मैं जनता पर छोड़ता हूं कि वही फैसला करें कि राहुल गांधी के गोरखपुर दौरे पर राजनीतिक लाभ लेने की उद्विग्नता में उन्होंने (आदित्यनाथ) इस बेहद गंभीर, भयावह और त्रासद घटना को कमतर नहीं किया है और क्या यह मृत बच्चों की स्मृति की तौहीन नहीं है।
उन्होंने कहा कि लोग घटनास्थल पर जागरूकता फैलाने और पीड़ित परिवारों की मदद के लिए पहुंचते हैं।
आदित्यनाथ ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को ‘युवराज’ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ‘शहजादा’ की संज्ञा देते हुए कहा कि उनकी गोरखपुर को पिकनिक स्थल बनाने की कोशिशों को लोग अस्वीकार कर देंगे।
गौरतलब है कि गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पिछले सप्ताह कथित तौर पर ऑक्सिजन की कमी के चलते 70 से अधिक बच्चों की मौत हो गई।
सिंघवी ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित राजपुर गांव में भाजपा नेता द्वारा संचालित गोशाला में कथित तौर पर चारे और चिकित्सा की कमी के चलते 200 गायों की मौत पर भाजपा पर दोहरा मानदंड अपनाने का आरोप भी लगाया।
उन्होंने कहा, गोरक्षा की नई परिभाषा सड़क पर चलने वाले निर्दोष अल्पसंख्यकों की हत्या है।
उत्तर प्रदेश
संभल में कैसे भड़की हिंसा, किस आधार पर हो रहा दावा, पढ़े पूरी रिपोर्ट
संभल। संभल में एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन मंदिर होने और भविष्य में कल्कि अवतार के यहां होने के दावे ने हाल ही में काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इस दावे के पीछे कई धार्मिक और ऐतिहासिक तथ्य बताए जा रहे है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और उनके मंदिर को लेकर कई दावे पहले से ही किए जा रहे हैं. इसे लेकर धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों के आधार पर गहरी चर्चा हो भी रही है. हिंदू धर्म में कल्कि अवतार को भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार माना गया है. ऐसा माना जाता है कि कलियुग के अंत में जब अधर्म और अन्याय अपने चरम पर होगा तब भगवान कल्कि अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना करेंगे.
कैसे भड़की हिंसा?
24 नवंबर को मस्जिद में हो रहे सर्वे का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर थी. सर्वे पूरा होने के बाद जब सर्वे टीम बाहर निकली तो तनाव बढ़ गया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके कारण स्थिति बिगड़ गई और हिंसा भड़क उठी.
दावा क्या है?
हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में स्थित एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन काल में एक मंदिर था. इस मंदिर को बाबर ने तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. उनका यह भी दावा है कि भविष्य में कल्कि अवतार इसी स्थान पर होंगे.
किस आधार पर हो रहा है दावा?
दावेदारों का कहना है कि उनके पास प्राचीन नक्शे हैं जिनमें इस स्थान पर मंदिर होने का उल्लेख है. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस स्थान पर प्राचीन काल से ही पूजा-अर्चना होती थी. कुछ धार्मिक ग्रंथों में इस स्थान के बारे में उल्लेख मिलता है. हिंदू धर्म के अनुसार कल्कि अवतार भविष्य में आएंगे और धर्म की स्थापना करेंगे. दावेदारों का मानना है कि यह स्थान कल्कि अवतार के लिए चुना गया है.
किस आधार पर हो रहा है विरोध?
अभी तक इस दावे के समर्थन में कोई ठोस पुरातात्विक साक्ष्य नहीं मिला है. जो भी ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स उपल्बध हैं वो इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस स्थान पर एक मस्जिद थी. धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या कई तरह से की जा सकती है और इनका उपयोग किसी भी दावे को सिद्ध करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.
संभल का धार्मिक महत्व
शास्त्रों और पुराणों में यह उल्लेख है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश के संभल नामक स्थान पर होगा. इस आधार पर संभल को कल्कि अवतार का स्थान माना गया है. श्रीमद्भागवत पुराण और अन्य धर्मग्रंथों में कल्कि अवतार का वर्णन विस्तार से मिलता है जिसमें कहा गया है कि कल्कि अवतार संभल ग्राम में विष्णुयश नामक ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे.
इसी मान्यता के कारण संभल को कल्कि अवतार से जोड़ा जाता है. संभल में बने कल्कि मंदिर को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यही वह स्थान है जहां भविष्य में भगवान कल्कि का प्रकट होना होगा. मंदिर के पुजारी और भक्तों का कहना है कि यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र है और यहां कल्कि भगवान की उपासना करने से व्यक्ति अधर्म से मुक्ति पा सकता है.
धार्मिक विश्लेषण
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कल्कि अवतार का समय तब होगा जब अधर्म, पाप और अन्याय चरम पर पहुंच जाएंगे. वर्तमान में दुनिया में मौजूद सामाजिक और नैतिक स्थितियों को देखकर कुछ लोग यह मानते हैं कि कल्कि अवतार का समय निकट है. संभल में कल्कि मंदिर को लेकर जो भी दावे किए जा रहे हैं वो सभी पूरी तरह से आस्था पर आधारित हैं. धार्मिक ग्रंथों में वर्णित समय और वर्तमान समय के बीच अभी काफी अंतर हो सकता है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और मंदिर का दावा धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों पर आधारित है. हालांकि, यह दावा प्रमाणिकता के बजाय विश्वास पर आधारित है. यह भक्तों की आस्था है जो इस स्थान को विशेष बनाती है.
-
मनोरंजन3 days ago
क्या श्वेता तिवारी ने कर ली है तीसरी शादी, जानें इस खबर की सच्चाई
-
नेशनल3 days ago
धीरेन्द्र शास्त्री की एकता यात्रा आज से शुरू, सीएम मोहन यादव और भोजपुरी सिंगर खेसारी लाल यादव ने भेजी शुभकामनाएं
-
नेशनल3 days ago
पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर
-
ऑफ़बीट3 days ago
IND VS AUS: ताश के पत्तों की तरह बिखरा भारत का बैटिंग आर्डर, पूरी टीम 150 रनों पर ढेर
-
ऑफ़बीट2 days ago
बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन
-
खेल-कूद3 days ago
IND VS AUS: पर्थ में भारतीय गेंदबाजों का कहर, बैकफुट पर ऑस्ट्रेलिया, 67 रनों पर गंवाए 7 विकेट
-
Success Story3 days ago
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत
-
नेशनल2 days ago
आज शाम दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय जाएंगे पीएम मोदी, कार्यकर्ताओं को करेंगे संबोधित