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बीएचयू हिंसा मामला : कई अधिकारियों पर गिरी गाज, मुख्यमंत्री ने मांगी रिपोर्ट

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लखनऊ/वाराणसी, 25 सितम्बर (आईएएनएस)| काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में शनिवार रात को हुए लाठीचार्ज मामले में आखिरकार कुछ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। वहीं, इस दौरान पत्रकारों पर हुए हमले को लेकर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के कमिश्नर से इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है।

एहतियात के तौर पर प्रशासनिक अनुरोध के बाद काशी विद्यापीठ और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय समेत जिले के सभी डिग्री कलेजों को भी दो अक्टूबर तक बंद कर दिया गया है।

बीएचयू में शनिवार रात को छात्र-छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज मामले में यह कार्रवाई हुई है। बीएचयू स्थित लंका इलाके के एसओ को लाइन हाजिर कर दिया गया है। वहीं एसएसपी ने भेलूपुर के सीओ निवेश कटियार को भी उनके पद से हटा दिया है।

जैतपुरा के एसओ संजीव मिश्रा को लंका इलाके का नया एसओ बनाया गया हैं। चूंकि लंका थाना भेलूपुर सर्किल में आता है। भेलूपुर के सर्किल ऑफिसर निवेश कटियार पर कार्रवाई की गई है। वाराणसी के अपर नगर मजिस्ट्रेट सुशील कुमार गोंड का कार्यभार भी बदल दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने वाराणसी के कमिश्नर से बीएचयू में छात्राओं के प्रदर्शन की कवरेज करने गए पत्रकारों पर हुए लाठीचार्ज की रिपोर्ट भी मांगी है।

ज्ञात हो कि शनिवार देर रात छेड़खानी के विरोध में धरने पर बैठी छात्राओं को हटाने के लिए वाराणसी पुलिस ने बल प्रयोग किया था।

लाठीचार्ज की सूचना पाकर कवरेज के लिए बीएचयू पहुंचे पत्रकारों को भी पुलिस ने नहीं बख्शा और उनकी जमकर पिटाई की। पिटाई के बाद घायल पत्रकारों को पुलिस कर्मियों ने बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में भी इलाज कराने के लिए भी नहीं जाने दिया।

इस मामले को लेकर रविवार को लखनऊ में पत्रकारों ने मुख्यमंत्री के आवास का घेराव किया, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने ट्विटर हैंडिल के जरिए सूचना दी कि पत्रकारों पर हुए हमले की रिपोर्ट वाराणसी के कमिश्नर से मांगी गई है।

इस बीच प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार भी लगातार वाराणसी के कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण और एडीजी (वाराणासी) विश्वजीत महापात्रा के संपर्क में हैं।

एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार ने बताया कि इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री ने कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

इधर, बीएचयू मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कहा है कि बल से नहीं बातचीत से सरकार को मामले का हल निकालना चाहिये। बीएचयू में छात्रों पर लाठीचार्ज निंदनीय है। दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी ने आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को वाराणसी भेजने का फैसला किया है। समाजवादी पार्टी का यह प्रतिनिधिमंडल सोमवार को वाराणसी पहुंचेगा।

इस दल में सपा के एमएलसी शतरुद्ध प्रकाश, रामवृक्ष सिंह यादव, लीलावती कुशवाहा, विधायक प्रभुनारायण सिंह, गीता सिंह, राहुल सिंह, दिग्विजय सिंह देव और राजकुमार जायसवाल को शामिल किया गया है। दिग्विजय सिंह देव 26 सितंबर को अखिलेश यादव को अपनी रिपोर्ट देंगे।

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नेशनल

महाराष्ट्र में बोले अमित शाह- शरद पवार की चार पुश्तें भी जम्मू-कश्मीर में धारा 370 वापस नहीं ला सकती

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नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के सांगली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी, कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी गठबंधन पर जमकर हमला बोला। अमित शाह ने कहा, “मैं एमवीए वालों से पूछने आया हूं कि औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर होना चाहिए या नहीं?

अमित शाह ने आगे कहा, ”अभी-अभी जम्मू कश्मीर के असेंबली में मीटिंग हुई, नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ कांग्रेस पार्टी ने भी एक संकल्प किया कि धारा 370 वापस लाइए, कश्मीर जो है भारत का अभिन्न यंग नहीं है। मैं आज संभाजी महाराज की भूमि पर कह कर जा रहा हूं- शरद पवार साहब, चाहे आपकी चार पुश्ते भी आ जाएं, हम धारा 370 को वापस नहीं आने देंगे।”

अमित शाह यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने राम मंदिर का जिक्र करके कांग्रेस पार्टी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 75 साल से राम मंदिर को लटका रही थी। राहुल गांधी अयोध्या नहीं गए, उन्हें वोट बैंक से डर लगता है। हम बीजेपी वाले उस वोट बैंक से नहीं डरते हैं. हमने काशी विश्वनाथ का कॉरिडोर भी बनाया, सोमनाथ का मंदिर भी सोने का बन रहा है। उन्होंने आगे कहा कि यहां पर तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है, इसे रोकने का एकमात्र रास्ता बीजेपी की सरकार है। महायुति की सरकार है।

 

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